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नीड बेस्ड शिक्षकों के कागजातों की होगी जांच, तब तक वेतन नहीं

केयू के अंगीभूत कॉलेजों व मुख्यालय में पीजी विभागों में कार्यरत नीड बेस्ड किसी शिक्षक के गलत डॉक्यूमेंट जमा किये जाने की घटना के बाद सभी शिक्षकों के वेतन पर विश्वविद्यालय प्रशासन रोक लगा दी थी. अब इस मामले में उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन केयू प्रशासन ने कर दिया है. टीम 10 दिनों के भीतर नीड बेस्ड सभी शिक्षकों के कागजातों की जांच कर उसकी रिपोर्ट विश्वविद्यालय को सौंपेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | April 28, 2024 11:18 PM
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चाईबासा.

कोल्हान विश्वविद्यालय के अंगीभूत कॉलेजों व मुख्यालय में पीजी विभागों में कार्यरत नीड बेस्ड शिक्षकों का मामला सामना आया है. नीड बेस्ड किसी शिक्षक के गलत डॉक्यूमेंट जमा किये जाने की घटना के बाद सभी शिक्षकों के वेतन पर विश्वविद्यालय प्रशासन रोक लगा दी थी. वहीं अब इस मामले में उच्चस्तरीय जांच कमेटी का गठन केयू प्रशासन ने कर दिया है. टीम 10 दिनों के भीतर नीड बेस्ड सभी शिक्षकों के कागजातों की जांच कर उसकी रिपोर्ट विश्वविद्यालय को सौंपेगी. इस पर आगे की कार्रवाई के लिए निर्णय लिया जायेगा. ज्ञात हो कि शिक्षकों की कमी के कारण कोल्हान विश्वविद्यालय के पीजी व विभिन्न अंगीभूत कॉलेजों में 139 नीड बेस्ड शिक्षक अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं. विश्वविद्यालय के सूत्रों के अनुसार जांच के दौरान गलत सर्टिफिकेट जमा कराने वाले शिक्षक को अलग कर अन्य सभी के वेतन का भुगतान कर दिया जायेगा.

इन्हें रखा गया कमेटी में:

केयू ने नीड बेस्ड शिक्षकों के कागजातों की जांच के लिए पांच सदस्यीय उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है. इसके अध्यक्ष सरायकेला के केएस कॉलेज के प्राचार्य डाॅ बीएन प्रसाद को बनाया गया है. वहीं कमेटी के सदस्य के रूप में चक्रधरपुर के जेएलएन कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डाॅ श्रीनिवास कुमार, जमशेदपुर एबीएम कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डाॅ विजय कुमार व जमशेदपुर एलबीएसएम कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डाॅ अशोक कुमार झा को कमेटी का सदस्य बनाया गया है. इसके अतिरिक्त कमेटी के सदस्य सचिव के रूप में केयू के उप कुलसचिव एमके मिश्रा को जिम्मेदारी दी गयी है.

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