प्रतिनिधि, चाईबासा
कोल्हान विश्वविद्यालय (केयू) के पीजी विभाग व विभिन्न अंगीभूत कॉलेजों में सेवा दे रहे नीड बेस्ड शिक्षकों में दर्जन भर से अधिक असिस्टेंट प्रोफेसरों के सर्टिफिकेट गलत (बहाली के समय आवश्यक अहर्ता पूरी नहीं थी) मिले हैं. दर्जन भर से अधिक शिक्षकों ने गलत जानकारी दी है. उक्त मामला सामने आने के बाद कुलपति हरि कुमार केसरी ने कुलसचिव डॉ राजेंद्र भारती को संचिका तैयार करने का निर्देश दिया है. इसके माध्यम से संबंधित शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा. उनके जवाब के आधार पर कुलपति व वरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में विधि संगत निर्णय होगा. जानकारी के अनुसार, कई शिक्षकों ने बहाली के समय पीएचडी पूरी नहीं की थी, लेकिन पूरी होने की जानकारी दी थी.मालूम हो कि केयू की पांच सदस्यीय कमेटी ने नीड बेस्ड 143 शिक्षकों के मूल प्रमाणपत्रों व हस्ताक्षर के मिलान के लिए विषयवार क्राॅस चेक किया था. इसकी रिपोर्ट सीलबंद कर कुलपति को सौंप दी थी.
नीड बेस्ड शिक्षकों का वेतन भुगतान चार माह से रुका
पिछले चार माह से नीड बेस्ड 143 शिक्षकों का वेतन भुगतान रोक दिया गया था. जांच प्रक्रिया के बाद वेतन भुगतान करने की दिशा में विश्वविद्यालय स्तर से पहल की जायेगी. केयू सूत्रों के अनुसार, जिन शिक्षकों ने गलत सर्टिफिकेट की जानकारी दी है. उनको भी बकाया वेतन का भुगतान किया जायेगा. विश्वविद्यालय उनकी सेवा को जारी करता है या नहीं, इसका निर्णय सप्ताह भर के भीतर होने की संभावना जतायी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है