पश्चिमी सिंहभूम में मलेरिया से बच्ची की मौत, अंधविश्वास में इलाज नहीं करा रहे ग्रामीण
पश्चिमी सिंहभूम के टोंटो प्रखंड के सालीकुटी में मलेरिया से दो वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी. वहीं परिवार पूजा-पाठ करा रहा था.
By Prabhat Khabar News Desk |
April 18, 2024 11:07 PM
झींकपानी. टोंटो प्रखंड के सालीकुटी में मलेरिया से बुधवार की शाम दो वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी. इसकी जानकारी गांव की सहिया ने सीएचसी में दी. सूचना पाकर मेडिकल की टीम गुरुवार को सालीकुटी पहुंची. दरअसल, गांव में फैले अंधविश्वास के कारण ग्रामीण अपने बच्चों की स्वास्थ्य जांच कराने को तैयार नहीं थे. टोंटो के प्रभारी डॉक्टर बलिराम माझी के काफी समझाने पर कुछ ग्रामीण जांच कराने को तैयार हुये, लेकिन सूई (इंजेक्शन) लेने से साफ इंकार कर दिया.
बच्ची बीमार पड़ी, तो पूजा-पाठ कर रहा था परिवार
गौरतलब हो कि सालीकुटी में मलेरिया से दो वर्षीय एक बच्ची की मौत हुई. दरअसल, बच्ची के बीमार होने पर चिकित्सा जांच कराने के बजाय परिवार पूजा-पाठ करा रहा था. गांव में मलेरिया का प्रकोप है. गांव के लोगों में धारणा है कि जंगल के तीन भूत गांव में घूम रहे हैं, जिससे गांव के बच्चे बीमार हो रहे हैं.
परिवार में एक और बच्चा चपेट में, दवा व इंजेक्शन नहीं ले रहे
जिस परिवार में बच्ची की मौत हुई है, उस परिवार में एक और बच्चा मलेरिया की चपेट में है. उसके परिजन ने इंजेक्शन व दवा लेने को तैयार नहीं हुए. इससे मेडिकल टीम को काफी परेशानी हुई. तीन
बच्चों में मिली मलेरिया, दवा दी गयी
मेडिकल टीम ने गांव में बच्चों की स्वास्थ्य जांच की. इस दौरान नितिमा हेस्सा (8 माह), चिरिंग हेस्सा (1 वर्ष) व मुचिया हेस्सा (9 माह) में मलेरिया रोग पाया गया. अन्य बच्चों की जांच कर सर्दी-खांसी की दवा दी गयी. मलेरिया पॉजिटिव मिले बच्चों को दवा व इंजेक्शन के साथ आवश्यक निर्देश दिये गये.
अज्ञानता व अंधविश्वास के कारण जांच नहीं कराना चाहते ग्रामीण : डॉ बलिराम
टोंटो के चिकित्सा प्रभारी डॉ बलिराम माझी ने बताया कि मलेरिया से एक बच्चे की मौत की सूचना पर गांव में मेडिकल कैंप लगाया गया. ग्रामीण अज्ञानता व अंधविश्वास के कारण मेडिकल जांच कराना नहीं चाहते हैं. मेडिकल टीम को काफी परेशानी होती है. उन्होंने बताया कि जांच में तीन बच्चों को मलेरिया पाॅजिटिव पाया गया है. इसमें एक बच्चे में मलेरिया व ब्रेन मलेरिया के दोनों लक्षण मिले. सभी मरीजों दवा व इंजेक्शन दिया गया है.