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Gua Golikand News: दुनिया के इतिहास में अपनी तरह के पहले गोलीकांड की बरसी 8 सितंबर को मनाई जाएगी. इस दिन गुवा गोलीकांड के शहीदों को कतारबद्ध होकर लोग श्रद्धांजलि देंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पश्चिमी सिंहभूम के गुवा पहुंचेंगे. शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे और एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे.
गुवा गोलीकांड की 44वीं बरसी पर आएंगे राजनीतिक दलों के नेता
गुवा गोलीकांड की 44वीं वर्षगांठ पर 8 सितंबर को स्मारक स्थल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री, विधायक, विभिन्न दलों के नेता, ग्रामीण जनप्रतिनिधि, मानकी-मुंडा आदि श्रद्धांजलि देंगे. गुवा बाजार में स्थित शहीद स्मारक स्थल पर सुबह 9 बजे से श्रद्धांजलि देने की शुरुआत होगी.
शहीदों को सबसे पहले श्रद्धांजलि देंगे पूर्व सांसद कृष्णा मार्डी
सबसे पहले पूर्व सांसद कृष्णा मार्डी शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. उसके बाद में गुवा साईं, ठाकुरा, नुइया गांव के ग्रामीण नगाड़े-ढोलक और पारंपरिक तीर-धनुष, टांगी व अन्य हथियारों के साथ जुलूस निकालकर पहुंचेंगे. सुबह 10 से 11 बजे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, पूर्व सांसद गीता कोड़ा शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे.
शहीदों को श्रद्धांजलि देकर जनसभा करेंगे हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शहीदों को नमन करने के बाद सेल ग्राउंड में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. दोपहर 1 बजे सीएम हेलीकॉप्टर से गुवा एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे. 1:30 बजे वह गुवा गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. यहां से वह सेल फुटबॉल मैदान चले जाएंगे, जहां 2 बजे एक जनसभा को संबोधित करेंगे. मुख्यमंत्री के आगमन की वजह से गुवा शहीद स्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कार्यक्रम
- दोपहर 1:00 बजे गुवा एयरपोर्ट पर हेलीकॉप्टर से उतरेंगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
- दोपहर 1:30 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुवा गोलीकांड से शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे
- दोपहर 2:00 बजे सीएम हेमंत सोरेन सेल फुटबॉल मैदान में जनसभा को संबंधित करेंगे
शहीद स्थल को दिया गया है नया स्वरूप
गुवा शहीद स्थल का जीर्णोद्धार करने के बाद इसे नया स्वरूप दिया गया है. पहले सड़क से नीचे जाकर शहीदों को नमन किया जाता था. अब रोड से मात्र एक सीढ़ी चढ़कर शहीदों को आसानी से श्रद्धांजलि दी जाती है. शनिवार को दिउरी ने पूजा कर शहीदों को नमन किया.
गुवा गोलीकांड में ये लोग हुए थे शहीद
क्रम संख्या | शहीद का नाम | शहीद के गांव का नाम |
1. | ईश्वर सरदार | कैरोम |
2. | रामो लागूरी | चुर्गी |
3. | चंदों लागुरी | चुर्गी |
4. | रेंगी सुरीन | कुम्विधा |
5. | बागी देवगम | जोजोगुट्टू |
6. | जीतू सुरीन | जोजोगुटू |
7. | चैतन्य चाम्पिया | बाईहातू |
8. | चूड़ी हांसदा | हातनाबुरु |
9. | जुरा पूर्ति | बुंडू |
10. | गोन्डा होनागा | कालावरु |
झारखंड के गुवा गोलीकांड की क्या है कहानी
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में एक जगह है गुवा. यह कभी बिहार के सिंहभूम जिले का हिस्सा था. खदानों में स्थानीय लोगों को नौकरी देने की मांग पर आदिवासी समाज के लोग आंदोलन के लिए एकजुट हो रहे थे. गुवा बाजार में पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच संघर्ष हो गया. पुलिस ने फायरिंग कर दी. आदिवासी आंदोलनकारियों ने भी तीर-धनुष से बिहार मिलिट्री पुलिस (बीएमपी) के जवानों पर हमला किया. 3 आंदोलनकारी पुलिस की गोली का शिकार हुए. 4 बीएमपी के जवान आदिवासियों के तीर-धनुष से मारे गए. इससे बीएमपी के जवान उत्तेजित हो गए. मुख्यालय में जैसे ही खबर पहुंची, बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स गुवा पहुंची. अस्पताल में इलाज करा रहे आदिवासियों से तीर-धनुष रखवाकर और उन्हें अस्पताल के बाहर निकालकर लाइन में खड़ा करके गोलियों से भून दिया.
गुवा के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए क्यों लगेगी कतार?
गुवा गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए 8 सितंबर 2024 को लोग कतार में खड़े होंगे. असल में बीएमपी के जवानों ने गुवा अस्पताल के बाहर आदिवासियों को लाइन में खड़ा करके गोली मार दी थी. इसलिए लोग कतारबद्ध होकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे.
गुवा कहां है?
गुवा झारखंड राज्य में है. यह कभी अविभाजित बिहार के सिंहभूम जिले में हुआ करता था. आज के समय में यह झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में है.
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