– नगर परिषद की ओर से नियमित फॉगिंग नहीं करायी जा रही
– जिम्मेदार बने हुए हैं लापरवाह, तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मरीजसंवाददाता, चाईबासापश्चिमी सिंहभूम जिले में डेंगू व मलेरिया के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. चाईबासा शहर में स्वास्थ्य विभाग साफ-सफाई को लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल डेंगू के 33 मरीज मिल चुके हैं. एक युवक की डेंगू से मौत हो चुकी है. प्रशासनिक सतर्कता नहीं दिख रही है. नगर परिषद की ओर से नियमित फॉगिंग नहीं करायी जा रही है. सार्वजनिक स्थलों को छोड़ ही दें, यहां कई सरकारी कार्यालयों में लंबे समय से जल जमाव है. ऐसे में मच्छरों के पनपने की आशंका रहती है. अनुमंडल कार्यालय के पास, लैंपस के पास, समाहरणालय की छत व सार्वजनिक स्थलों पर जल जमाव हो रहा है. ऐसे में यहां डेंगू का लार्वा आसानी से पनप सकते हैं. जिम्मेदार लोग ही लापरवाह दिख रहे हैं. ऐसे में आम लोगों के सहारे डेंगू से लड़ाई संभव नहीं है.
ज्ञात हो कि चाईबासा में इन दिनों डेंगू ने पांव पसार दिया है. चाईबासा में अप्रैल से अबतक 864 लोगों की जांच की गयी. इनमें 33 लोग डेंगू से पीड़ित मिले. इससे कहीं ज्यादा लोगों ने निजी क्लिनिक व पैथो लैब में जांच करायी है.जिले में सिर्फ सदर अस्पताल में होती है जांच
जानकारी के अनुसार, डेंगू की पहचान के लिए एलिजा टेस्ट होता है. यह जांच पश्चिमी सिंहभूम के सिर्फ सदर अस्पताल में होती है. वहीं निजी लैब में खून की जांच में प्लेटलेट कम होने पर डेंगू बता दिया जाता है. चार दिन पूर्व तक निजी लैब में रोजाना 50- 60 लोग जांच करवाने पहुंचे रहे थे. पिछले चार दिन से इनकी संख्या घटी है.
साफ पानी में पनपते हैं डेंगू के मच्छर
सामन्यत: डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं. ये दिन में ही काटते हैं. एक साल पूर्व शहर में जलापूर्ति योजना का पाइप बिछाया गया था. लोगों के घरों के बाहर नल लगा कर छोड़ दिया गया. इससे जगह- जगह छोटे- छोटे गड्ढे में जल जमाव रहता है. इस बार भी ऐसी ही स्थिति है.शहर में जहां-तहां कचरे का अंबार, मच्छर बढ़े
हाल में शहर में जहां-तहां कचरों का अंबार लग गया है. इसकी साफ- सफाई रोजाना नहीं हो पा रही है. मोहल्लों से कचरा का उठाव लगभग बंद है. ऐसे में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. लोग डेंगू के साथ मलेरिया और वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं.
अनुमंडल कार्यालय के पास सड़क पर जल जमाव
शहर में हल्की बारिश होने पर सदर अनुमंडल कार्यालय के पास सडक पर नाली का पानी बहने लगता है. कई दिनों तक पानी जमा रहता है. इसी तरह प्रखंड कार्यालय के समीप लैंपस के पास हमेशा जल जमाव रहता है. इससे मच्छरों को पनपने का मौका मिल रहा है.
समाहरणालय की छत पर पानी व कचरा
जिला समाहरणालय में रोजाना लोग अपने काम से पहुंचते हैं. वहीं, जिला स्तरीय पदाधकारी यहीं से प्रशासन चलाते हैं. यहां भी नियमित साफ- सफाई नहीं होती है. समाहरणालय की छत पर जल जमाव और कचरा जमा हुआ है. यहां आसानी से मच्छर पनप रहे हैं.————————–
महुलसाई व टुंगरी कॉलोनी में गंदगी
शहर के महुलसाई मार्ग पर दो जगहों पर गड्ढों में कचरा के साथ जल जमाव है. टुंगरी कॉलोनी मार्ग पर जल जमाव रहता है. इन क्षेत्र में न कीटनाशक दवा का छिड़काव होता है, न ब्लीचिंग पाउडर का. इस वजह से उस क्षेत्र में साल भर मच्छरों का प्रकोप बना रहता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है