तांतनगर : खरकई नदी से धड़ल्ले से हो रहा बालू का अवैध खनन, आक्रोश
बालू माफिया व प्रशासन पर ग्रामीणों ने लगाया मिलीभगत का आरोप. ग्रामीणों ने उपायुक्त व जिला खनन विभाग को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की.
प्रतिनिधि, तांतनगर
तांतनगर अंचल क्षेत्र की खरकई नदी से अवैध बालू का अवैध खनन बदस्तूर जारी है. इस अवैध खनन पर पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन ने मौन साध लिया है, जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों का आरोप है कि बालू माफिया व प्रशासन की मिली भगत से अवैध बालू तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है. इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने उपायुक्त व जिला खनन विभाग को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है.ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तांतनगर ओपी क्षेत्र से मात्र 2 किमी दूर स्थित संगम तट पर माफिया द्वारा अवैध बालू भंडारण किया जा रहा है, लेकिन पुलिस प्रशासन माफिया के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, जो माफिया व पुलिस प्रशासन की मिली भगत का इशारा करती है. बालू की अवैध तस्करी होने से न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि राज्य सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है.
तांतनगर से खनन कर ऊंची कीमतों पर बिक्री
जानकारी के अनुसार, खरकई नदी से तांतनगर अंचल क्षेत्र के तांतनगर संगम तट, इलिगाड़ा, सीनी, कुलाबुरु, रोलाडीह, सिदमा, मुढ़दा, सेरेंगबिल आदि जगहों पर बड़े पैमाने पर दिन-रात ट्रैक्टर से बालू की तस्करी की जाती है. जिसे चाईबासा, झींकपानी, टोंटो, हाटगम्हरिया आदि क्षेत्रों में भेजकर ऊंची कीमतों पर बेचा जाता है. तांतनगर अंचल क्षेत्र के किसी भी बालू घाटों की निविदा नहीं हुई है.ट्रैक्टरों के आवागमन से परेशानी बढ़ी
इधर, खरकई नदी से दिन-रात अवैध बालू तस्करी होने से ग्रामीण काफी परेशान हैं. परेशानी इसलिए भी है कि बालू लदे ट्रैक्टर विभिन्न गांव से होकर गुजरते हैं. ट्रैक्टरों की आवाज से ग्रामीणों की नींद खराब होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है