Jagannathpur Vidhan Sabha: जगन्नाथपुर विधानसभा से निर्दलीय जीतकर झारखंड के सीएम बने थे मधु कोड़ा
Jagannathpur Vidhan Sabha: जगन्नाथपुर (एसटी) विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतकर मधु कोड़ा झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे.
Jagannathpur Vidhan Sabha|Jharkhand Assembly Election: जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र पश्चिम सिंहभूम जिले में है. अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित विधानसभा सीट है. झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में एक जगन्नाथपुर (एसटी) विधानसभा सीट पर इस बार कुल 196390 (1 लाख 96 हजार 390) मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इनमें 96336 (93 हजार 336) पुरुष, 100050 (1 लाख 50) महिला और 4 थर्ड जेंडर वोटर हैं. तोरपा (एसटी) के बाद जगन्नाथपुर विधानसभा झारखंड का एकमात्र क्षेत्र है, जहां पुरुष वोटर की संख्या 1 लाख से कम है.
जगन्नाथपुर सीट से सबसे ज्यादा 2 बार चुनाव जीतीं गीता कोड़ा
बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य का गठन होने के बाद अब तक इस राज्य में 4 बार विधानसभा के चुनाव हुए हैं. इन 4 चुनावों में 2 बार जय भारत समानता पार्टी, एक बार कांग्रेस पार्टी और एक बार निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली है. मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा इस सीट से सबसे अधिक बार चुनाव जीतने वाली नेता हैं.
2019 में कांग्रेस के सोनाराम सिंकु ने जीता जगन्नाथपुर चुनाव
वर्ष 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार सोनाराम सिंकु को सबसे अधिक 32,499 वोट मिले थे. दूसरे स्थान पर झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के प्रत्याशी मंगल सिंह बोबोंगा रहे थे. उनको कुल 20,893 वोट मिले थे. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर मैदान में उतरे सुधीर कुमार सुंडी तीसरे स्थान पर रहे थे. सुंडी को कुल 16,450 वोट मिले थे.
2014 में जय भारत समानता पार्टी के टिकट पर जीतीं गीता कोड़ा
वर्ष 2014 के झारखंड विधानसभा चुनाव में जगन्नाथपुर (एसटी) विधानसभा इस सीट से कुल 8 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था. इनमें 7 पुरुष थे. इस सीट से चुनाव लड़ रही एकमात्र महिला उम्मीदवार ने सभी पुरुष उम्मीदवारों को धूल चटा दी. मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा सबसे अधिक 48,546 वोट पाकर एक बार फिर क्षेत्र की विधायक चुनी गईं. वर्ष 2009 के बाद एक बार फिर उन्होंने जय भारत समानता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता. बीजेपी उम्मीदवार मंगल सिंह सुरेन दूसरे स्थान पर रहे. उनको 23,935 वोट मिले. मंगल सिंह बोबोंगा 19,834 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे थे.
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2009 गीता कोड़ा बनीं विधायक
वर्ष 2009 के झारखंड विधानसभा चुनाव में जगन्नाथपुर (एसटी) विधानसभा सीट पर 3 महिला समेत 17 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे थे. पहली बार चुनाव के मैदान में उतरी गीता कोड़ा को सबसे अधिक 37,145 वोट मिले. वह जय भारत समानता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं थीं. इस तरह जेबीएसपी ने बीजेपी के उम्मीदवार को शिकस्त दी. बीजेपी के सोनाराम बिरुआ को 11,405 वोट ही मिल पाए थे. झामुमो के मंगल सिंह सुरेन इस चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे थे. उनको 8195 वोट मिले थे.
2005 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते मधु कोड़ा
वर्ष 2005 के झारखंड विधानसभा चुनाव में जगन्नाथपुर (एसटी) विधानसभा सीट पर 17 प्रत्याशी थे. इनमें 15 पुरुष और 2 महिला उम्मीदवार थीं. निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव के मैदान में उतरे मधु कोड़ा को लोगों ने सभी दलों के उम्मीदवारों से ज्यादा तरजीह दी. मधु कोड़ा स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में विधानसभा पहुंचे. उन्हें 26,882 वोट मिले थे. कांग्रेस उम्मीदवार मंगल सिंह सिंकु दूसरे स्थान पर रहे थे. उनको 12,095 वोट मिले थे. यूजीडीपी प्रत्याशी ज्वाला कोड़ा को 8438 वोट मिले थे. मधु कोड़ा ने चुनाव जीतने के बाद एक रिकॉर्ड भी कायम किया. वह झारखंड के इकलौते मुख्यमंत्री हैं, जो निर्दलीय चुनाव जीतकर सूबे के मुखिया बने.
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