Jharkhand: विधानसभा चुनाव में इस गांव के लोग नहीं करेंगे मतदान, नहीं हुई मांगें पूरी, वोट बहिष्कार का किया फैसला
Jharkhand: झारखंड के एक गांव के ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का ऐलान किया है. क्षेत्र का विकास कार्य नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी मोर्चा खोला है. ग्रामीणों का आरोप है कि कई सालों से न तो सरकार और न ही कोई जनप्रतिनिधि उनकी सुध ले रहा है.
Jharkhand: बंदगांव, (पश्चिमी सिंहभूम) झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. वोटरों को रिझाने के लिए जगह-जगह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस बीच प्रदेश के एक गांव के लोगों ने वोट बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. गांव को लोगों का कहना है कि उनकी मांगे अब तक पूरी नहीं हुई है इस कारण वो इस बार चुनाव में मतदान नहीं करेंगे. बंदगांव प्रखंड की नकटी पंचायत के बंगरासाई गांव के लोगों ने वोट नहीं देने की बात कही है. बता दें , क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. गांव के लोगों ने बैठक कर वोट बहिष्कार का ऐलान किया है.
क्या हैं ग्रामीणों की मांग?
झारखंड के बंदगांव प्रखंड की नकटी पंचायत के बंगरासाई गांव में ग्रामीणों ने बैठक कर विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने का फैसला लिया है. ग्रामीणों ने कहा कि बंगरासाई गांव स्थित बड़े नाला पर पुल निर्माण की मांग सालों से की जा रही है. लेकिन, जन प्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. ग्रामीणों ने कहा कि बारिश के मौसम में नाले में पानी भर जाने के कारण विद्यार्थियों को विद्यालय आने-जाने में काफी परेशानी होती है. बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए भी लंबी दूरी तय कर कीचड़मयी रास्ते से जाना पड़ता है.
गांव में नहीं है सड़क
ग्रामीणों ने कहा कि गांव में सड़क की भी अच्छी स्थिति नहीं है.गांवों को जोड़ने के लिए पक्की सड़क नहीं है.साथ ही नल जल योजना के तहत ग्रामीणों को पानी कनेक्शन का लाभ भी नहीं मिल पाया है.उन्होंने कहा सोलर आधारित जलमीनार का सोलर तेज हवा में उड़ कर टूट गया है.लोगों को पेयजल में काफी दिक्कत हो रही है.
सिर्फ चुनाव के समय नजर आते हैं जनप्रतिनिधि
ग्रामीणों का आरोप है कि जन प्रतिनिधि सिर्फ चुनाव के समय में ही गांव में नजर आते हैं. इसके बाद उनका गांव का दौरा ही नहीं होता. ऐसे में ग्रामीणों ने इस साल विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार का मन मना लिया है. ग्रामीणों ने कहा कि चुनाव से पूर्व हमारी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तो एकजुटता के साथ इस गांव के ग्रामीण वोट बहिष्कार करेंगे.इसकी जवाबदेही जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों की होगी.