Jharkhand Train Accident : हावड़ा से मुंबई की ओर जा रही मेल ट्रेन चक्रधरपुर रेल मंडल के राजखरासावां-बड़ाबाम्बो रेलवे स्टेशन के बीच एक मालगाड़ी से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. जिससे इंजन समेत कुल 18 बोगी पटरी से उतर गई. इस हादसा में दो यात्रियों की मौत हो गई तथा 8 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गये. अन्य कई यात्रियों को भी चोटें आई हैं.
मुंबई-हावड़ा की 18 बोगियां हुई बेपटरी
जानकारी के मुताबिक रात करीब 3 बजकर 43 मिनट में उक्त हादसा हुआ. चक्रधरपुर से टाटानगर की ओर माल लदा एक मालगाड़ी (एन/जेबीसीटी) जा रही थी. घटना के समीप मालगाड़ी का आठवां बोगी पटरी से उतर गई. जिसके बाद उक्त बोगी अप लाइन की ओर झुक गई. इसी क्रम में टाटानगर से चक्रधरपुर की ओर हावड़ा-मुंबई मेल (12810) तीव्र गति से आ रही थी. अप लाइन पर झुकी मालगाड़ी के एक डिब्बे से मुंबई मेल टकरा गई. टक्कर काफी जोरदार होने के कारण मुंबई मेल की इंजन बेपटरी हो गई और उसके 17 डिब्बे भी पटरी से नीचे उतर गये.
बड़ा हादसा टल गया
ईश्वर की बड़ी कृपा ये रही कि जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां नाली के बगल में गार्ड वॉल बनी हुई थी. जिससे इंजन एवं बोगियां दूर जा गिरने से बच गई और गार्ड वॉल में रगड़ाते हुए आगे बढ़ती गई. यदि गाड वॉल नहीं होती तो सैंकड़ों यात्रियों की जान जा सकती थी और अधिक नुकसान हो सकता था. दूसरे ओर डाउन लाइन वाली माल गाड़ी भी यात्रियों के लिए रक्षक बनी. जिसमें मुंबई मेल के डिब्बे जा कर सट गये और दूर जा कर गिरने से बच गया.
दो यात्रियों की गई जान
मुंबई मेल हादसा में दो यात्रियों की मौत हो गई. इत्तेफाक से दोनों दोस्त थे, वो राउरकेला के रहने वाले थे. बताया जाता है कि दोनों दोस्त राउरकेला में उतरने वाले थे. ट्रेन में एक ही बोगी पर एक साथ मंजिल पहुंचने का इंतजार कर रहे थे. मृतक अजीत कुमार सामल (45) पिता अभिराम सामल, पता मागलोदाम, राउरकेला एवं पी विकास (छोटु) (30), पिता पी शंकर राव, पता रेलवे कॉलोनी राउरकेला का रहने वाला था. विकास का बड़ा भाई लोको शेढ बंडामुंडा में रेलवे में कार्यरत हैं. दोनो दोस्त बोगी में दब कर रह गये थे. रेलवे बचाव दल ने कोच को काट कर शवों को बाहर निकाला. जिसके बाद दोनों के शवों को चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल लाया गया. जहां परिजनों ने उसकी पहचान की. शवों का पोस्टमार्टन अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर में किया गया. बताया जाता है कि दोनों मृतक ठेकेदारी का काम करता था.
सहायक पायलोट गंभीर रूप से घायल
घायलों में सबसे अधिक चोट सहायक लोको पॉयलोट आफताब अंसारी को लगी है. वह इंजन के दायीं ओर थे. जबकि मुख्य लोको पायलोट केवी. एसएसवी राव बायीं ओर से ट्रेन चला रहे थे. दोनों चालक व गार्ड मो रेहान सभी चक्रधरपुर के थे. उन्हें चक्रधरपुर में उतर कर दूसरी टीम को ट्रेन सौंपना था. इंजन की दायीं ओर से मालगाड़ी का डिब्बा टकराने की वजह से आफताब अंसारी को काफी चोट आई है. उसके सिर व कांधा से लेकर हाथ तक में चोट होने की वजह से स्थिति गंभीर बनी हुई है. उसके नाजुक हालत को देखते हुए ब्रह्मानंद सेवासदन जमशेदपुर रेफर कर दिया गया है.
20 लोग हादसे में हुए घायल
चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में 20 घायल यात्रियों का इलाज किया गया है. हालांकि ऑफिशियली रेलवे ने 8 गंभीर मरीजों की संख्या घोषित किया है. लेकिन रेलवे अस्पताल में 20 यात्रियों का इलाज किया गया. जिनमें बादल कुमार दास (कोच सं : बी-4), राजा शेख (कोच सं : ए-1), निमाई प्रमाणिक (कोच सं : बी-4), रश्मि बसाक (कोच सं : ए-2), आशा के. (कोच सं : बी-2), सुमन देव नाथ (कोच सं : सामान्य), प्रदीप अग्रवाल (कोच सं : सामान्य), साहिब आलम (कोच सं : बी-5), इंद्रजीत ओले (कोच सं : बी-5), संजय कुमार (कोच सं : बी-5), अनुभव माईति, अनिल कुमार (कोच सं : ए-1), कमलेश साव (कोच सं : एम-2), सविता दास (कोच सं : बी-4), सुजय दास (कोच सं : एम-2), हारुन शेख (कोच सं : बी-3), नईमुद्दीन हक (कोच सं : ए-1), अनूप माईति, कमल किशोर होरो (रेलकर्मी) शामिल हैं.
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