चक्रधरपुर. सांसद चुने जाने के बाद पहला दिन (5 जून) को जोबा माझी अपनी पुरानी शैली में दिखीं. सुबह जोबा माझी चक्रधरपुर के पम्प रोड स्थित अपने आवास में घर का काम करती रहीं. वह बात-बात पर कहती रहीं कि मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि मैं सांसद बन गयी हूं. ‘प्रभात खबर’ ने उनसे बातचीत की. वह सिंहभूम की जनता के प्रति कृतज्ञ होने की बात कहती रहीं. जोबा ने कहा कि सिंहभूम की एक-एक जनता की मैं ऋणी हूं. इतनी गरमी के बावजूद लोग ने घरों से बाहर निकलकर वोट किया. घने जंगलों से लोग निकल कर बूथों में आये और वोट डाला. मैं उनका ऋृण चुका नहीं सकती, लेकिन कोशिश करेंगे कि सबसे जाकर मिलें और शुक्रिया अदा करें. सांसद ने कहा कि राजनीति में आने के बाद पहले दिन से मेरी कोशिश रही है कि स्वर्गवासी पति देवेंद्र माझी की विचारधारा को जीवित रखूं. सांसद बनने के बाद जिम्मेदारी और कार्यक्षेत्र का दायरा बढ़ गया है. अगले पांच साल में ऐसा काम करना चाहती हूं कि जनता खुद दोबारा सांसद बनाने की इच्छा जताये.
जनता संयम रखे, जरूरतों की जानकारी दे, समस्याओं का हल निकलेगा
जोबा ने कहा कि 1995 में मनोहरपुर से विधायक बनी थी. मनोहरपुर से इतना गहरा रिश्ता बना कि पांच बार विधायक बनीं. इसी तर्ज पर सिंहभूम की जनता के साथ 2024 में बने रिश्ते को कायम रखना चाहूंगी. इस रिश्ते को बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करूंगी. सिंहभूम की जनता संयम से काम ले. क्षेत्र की आवश्यकताओं की जानकारी दें. सभी समस्याओं का हल होता है, आपकी समस्या का भी हल निकलेगा.जन विरोधी ताकतों को खत्म करने की शुरुआत हो गयी है
एक प्रश्न के जवाब में जोबा ने कहा कि मेरी जीत का मुख्य कारण महागठबंधन का संगठित रहना है. 2019 के लोक सभा चुनाव में हमलोगों ने संगठित रहकर कांग्रेस को जीत दिलायी थी. 2019 में भाजपा को हराने का संकल्प लिया था. इस चुनाव में उसी संकल्प को दोहराया गया है. पार्टी संगठन, जनता, मतदाता सबने मिलकर इस मुकाम तक पहुंचाया है. मैं और मेरा दल चाहता है कि जनविरोधी ताकतों को खत्म किया जाये. भाजपा ने पिछले 10 साल तक जन विरोधी काम किया. हमने खत्म करने की शुरुआत कर दी है.आदिवासियों के अधिकार किसी को छीनने नहीं दूंगी
सिंहभूम जैसे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में आदिवासी स्मिता की रक्षा के लिए होने वाले काम के बारे में पूछने पर जोबा ने कहा कि आदिवासी-मूलवासी सबों के मान-सम्मान, अस्तित्व की रक्षा होगी. जल, जंगल, जमीन से आदिवासियों का अधिकार किसी को छीनने नहीं दूंगी. मैंने चुनाव प्रचार के दौरान लोगों की परेशानी को देखा. जनता त्रस्त है. सबकी परेशानी मेरे जेहन में है. मेरे काम की प्राथमिकता जनता की इच्छा पर निर्भर करेगा. मुझे जनता का स्नेह, प्यार, सहयोग मिला है. उनकी एकजुटता ने मुझे रिकॉर्ड मत दिलाया है. भाजपा ने लोगों को आपस में लड़ाने का काम किया है, मैं दिलों को जोड़े रखने का काम करूंगी.जनता के लिए हवाई यात्रा से भी गुरेज नहीं
उनसे पूछा गया कि दिल्ली दूर है और आप हवाई यात्रा से परहेज करती हैं, तो उन्होंने हंस कर टाल दिया. फिर कहा क सड़क यात्रा मेरी पहली प्राथमिकता है, फिर ट्रेन और अंत में हवाई जहाज से यात्रा कर सकती हूं. समयानुकूल जैसी स्थिति होगी, वैसी यात्रा होगी. जनता के लिए हवाई यात्रा से भी गुरेज नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है