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शराब के अवैध धंधे के आरोप में किरीबुरु के थानेदार सस्पेंड, फिलमोन लकड़ा को मिली जिम्मेदारी, जानें मामला

पश्चिमी सिंहभूम के एसपी अजय लिंडा ने अवैध शराब धंधे के आरोप में थाना प्रभारी अशोक कुमार को सस्पेंड कर दिया है. फलमोन लकड़ा को उनके पदस्थापित किया गया है. दो दिनों पहले इसके खबर को प्रकाशित किया गया था जिसके कारण ये कार्रवाई हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | February 5, 2022 1:04 PM

पश्चिमी सिंहभूम : पश्चिमी सिंहभूम के एसपी अजय लिंडा ने किरीबुरु थाना प्रभारी अशोक कुमार को निलंबित कर दिया है. थाना प्रभारी पर अवैध शराब धंधा (चुलाई) की जानकारी के बावजूद कार्रवाई नहीं करने का आरोप था. इस मामले में एसडीपीओ अजीत कुजूर ने जांच की, तो मामला सही पाया गया. एसडीपीओ ने थाना प्रभारी को शराब माफिया से सांठ-गांठ रखने, अवैध शराब ले जा रहे दो कारोबारियों को पकड़ने के बाद छोड़ने का आरोप सही पाया था.

चाईबासा के सदर थाना में पदस्थापित फिलमोन लकड़ा को किरीबुरु का नया थाना प्रभारी बनाया गया है. उन्हें 24 घंटे में योगदान देने को कहा गया है.

शिकायत करने वाले को आरोपी बता 30 हजार वसूले :

रामेश्वर जूट मिल्स (आरजेएम) खदान प्रबंधन के प्राइवेट सुरक्षा गार्ड लागो लागुरी से 30 हजार रुपये वसूलने व नया कंप्यूटर सेट खरीदवाने का आरोप है. लागो लागुरी ने बताया कि दो साल पूर्व उक्त खदान में ड्यूटी के दौरान कम्प्यूटर चोरी हो गयी थी. इसकी लिखित शिकायत किरीबुरु थाने में दर्ज करायी गयी थी. थाना प्रभारी अशोक कुमार ने मंगल हेंब्रम पर कंप्यूटर चोरी का आरोप लगाकर जबरन 30 हजार रुपये ले लिये.

मंगल से नया कंप्यूटर की खरीदारी करवा लिया. बाद में कम्प्यूटर वापस कर दिया. मंगल ने जांच पदाधिकारी को बताया कि हम गरीब प्राइवेट सुरक्षा कर्मी अपनी मां, भाई व अन्य से पैसा की व्यवस्था कर थाना प्रभारी अशोक कुमार को दिया. उसने बताया कि तीन दिन पूर्व बराइबुरु स्थित दामोदर बारी की अवैध भट्ठी से एक बाइक पर करीब 20 लीटर अवैध देसी महुआ शराब लेकर आ रहे दो आरोपी को गुप्त सूचना के आधार पर किरीबुरु पुलिस पकड़कर थाना लायी थी. सूचना पाकर दामोदर बारी किरीबुरु थाना आया. थाना प्रभारी से बात कर वाहन समेत अवैध शराब व दोनों आरोपी को पैसे के बल पर छुड़ा ले गया.

खबर प्रकाशित होने पर एसडीपीओ के दबाव में की कार्रवाई

पिछले दिनों बराइबुरु जंगल में दो अवैध शराब भट्ठियों के संचालन की खबर प्रकाशित हुई थी. इसके बाद एक फरवरी को एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर के आदेश पर इंस्पेक्टर वीरेंद्र एक्का व थाना प्रभारी अशोक कुमार ने बराइबुरु जंगल जाकर अवैध शराब की भट्ठियों को ध्वस्त किया था. वहीं भट्ठी संचालक मंगल हेम्ब्रम व दामोदर बारी समेत एक अन्य पर मामला दर्ज किया था.

धमकी देकर शुरू करायी थी शराब की चुलाई

अवैध शराब धंधा में गिरफ्तार बराइबुरु निवासी मंगल हेम्ब्रम ने बताया कि वह वर्षों पहले अवैध शराब की चुलाई करता था. बाद में कारोबार को छोड़ चुका था. डेढ़-दो माह पूर्व किरीबुरु थाना प्रभारी अशोक कुमार उसके गांव आये और शराब चुलाई शुरू कर पैसा देने का दबाव बनाने लगे. मना करने पर धमकी दी. एक दिन उसकी दुकान पहुंचे. दुकान में 15-20 पीस गुटखा रखा था.

उसे नहीं मालूम था कि गुटखा बेचने पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है. गुटखा बेचने के आरोप में थाना प्रभारी उसके बेटे को पकड़ कर किरीबुरु थाना ले गये. बाद में रुपये लेकर उसके बेटे को छोड़ दिया. इसके बाद उन्होंने शराब का अवैध कारोबार चालू करने के लिए दबाव बनाया. थाना प्रभारी अशोक कुमार के दबाव में शराब चुलाई शुरू की. इसके बदले में वह प्रतिमाह एक निश्चित राशि मिलती थी. अवैध कारोबार छोड़ने के बाद भी किरीबुरु पुलिस ने कई झूठे मामले उसपर दर्ज करा दी थी.

Posted By : Sameer Oraon

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