कोल्हान यूनिवर्सिटी के 39 नीड बेस्ड टीचर शिक्षण कार्य से हटाये गये, एक सप्ताह के अंदर मांगा गया स्पष्टीकरण
कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिन शिक्षकों को शिक्षण कार्य से मुक्त किया है, उन्हें एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस भेजा गया है.
चाईबासा : कोल्हान विश्वविद्यालय की शिक्षण व्यवस्था पर स्थापना काल से सवाल उठते रहे हैं. कॉलेजों व स्नातकोत्तर (पीजी) के विभागों में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए अलग-अलग विषयों के नीड बेस्ड 143 शिक्षकों को रखा गया. अब 39 शिक्षकों के शिक्षण कार्य पर रोक लगा दी गयी है. नीड बेस्ड शिक्षकों का वेतनमान पर पिछले चार माह से रोक लगी है. जांच प्रक्रिया के बाद वेतन भुगतान की संभावना कोल्हान विवि के सूत्रों ने जतायी है. उचित कागजात के अभाव में शिक्षण के लिए निर्धारित मानक को पूरा नहीं करने की वजह से 15 कॉलेजों समेत पीजी विभाग के 39 शिक्षकों को शिक्षण कार्य से हटा दिया गया है.
एक सप्ताह के अंदर मांगा गया स्पष्टीकरण
कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिन शिक्षकों को शिक्षण कार्य से मुक्त किया है, उन्हें एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए संबंधित कॉलेज व विभाग के माध्यम से नोटिस की गयी है. शिक्षकों से प्राप्त स्पष्टीकरण को आगे की कार्रवाई के लिए राजभवन भेजी जायेगी. आगे की कार्रवाई राजभवन के निर्देशानुसार होगी. सूत्रों के अनुसार, इस मामले में कई शिक्षक रांची जाकर हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं.
कॉलेज वार नीड बेस्ड शिक्षकों को मिली नोटिस
ग्रेजुएट स्कूल कॉलेज फॉर वीमेन जमशेदपुर : 6
केएस कॉलेज सरायकेला : 1
एबीएम कॉलेज जमशेदपुर : 2
जेएलएन कॉलेज चक्रधरपुर: 1
बहरागोड़ा कॉलेज : 1
टाटा कॉलेज चाईबासा : 4
वर्कर्स कॉलेज जमशेदपुर : 4
सिंहभूम कॉलेज चांडिल : 3
कॉपरेटिव कॉलेज जमशेदपुर : 6
घाटशिला कॉलेज : 5
एलबीएसएम कॉलेज जमशेदपुर : 1
पीजी विभाग कोल्हान विश्वविद्यालय : 1
महिला कॉलेज चाईबासा : 2
डिग्री कॉलेज जगन्नाथपुर : 1
मॉडल महाविद्यालय सरायकेला : 1
इन श्रेणियों में मांगे गये जवाब
पहला : कई शिक्षकों ने पहले ज्वाइन कर लिया, उसके बाद डिग्री शो किया.
दूसरा : दूसरे राज्य से चयन में शामिल अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट को भी मान्यता देकर ज्वाइनिंग दी गयी.
तीसरा : कुछ शिक्षक निर्धारित मानक के आधार पर योग्य नहीं थे, उन्हें भी रखा गया.
चौथा : राज्य सरकार के आरक्षण के मानक का अनुपालन नहीं करते हुए भी कुछ शिक्षकों को ज्वाइनिंग दी गयी.
नीड बेस्ड शिक्षकों को स्पष्टीकरण के लिए नोटिस किया गया है. जवाब आने के बाद उसे राजभवन आवश्यक निर्देश प्राप्त करने के लिए भेजा जाएगा.
- डॉ. राजेन्द्र भारती, कुलसचिव, कोल्हान विश्वविद्यालय