प्रतिनिधि, चाईबासा
बेसहारा लोगों को आश्रय देने के लिए नगर परिषद ने शहर के सदर अस्पताल परिसर में रैन बसेरा बनाया, लेकिन इसका लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल रहा है. इसका कारण रैन बसेरा पर एक दबंग व्यक्ति का कब्जा होना बताया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, दबंग रैन बसेरा में घरेलू सामान रख कर दुकान भी चलाता है. रैन बसेरा को उसने अपना घर बना लिया है. वहीं, रात को युवकों का अड्डा रहता है. जो लोगों की परेशानी का सबब बन गया है. इधर, इस मामले में अस्पताल कर्मी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं. लोगों का कहना है कि अस्पताल में बेसहारा लोग इलाज कराने आते हैं. वे पेड़ों के नीचे रात गुजरने को मजबूर हैं.ताला तोड़ दबंग ने किया कब्जा
ज्ञात हो कि सदर अस्पताल परिसर स्थित रैन बसेरा के दो कमरे में मुख्यमंत्री आदर्श दाल-भात केंद्र संचालित होता है. दूसरे कमरे में बेसहारा रहते थे. अब कुछ दिनों से एक व्यक्ति का कब्जा है. वहीं, शुरुआती दौर पर लावारिश मरीजों को रैन बसेरा में रखा जाता था. लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से रैन बसेरा की साफ-सफाई भी नहीं की जाती थी. कुछ माह पूर्व रैन बसेरा में एक लावारिश का सड़ा-गला शव मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से रैन बसेरा की साफ-सफाई कराकर उस पर ताला लगा दिया गया. लेकिन अब उस पर दबंग का कब्जा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है