चाईबासा : मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण में नहीं मिल रही न्यूनतम मजदूरी, काम ठप
प्रशासन व प्रबंधन की बैठक में 488 रुपये मजदूरी देने पर बनी सहमति
प्रतिनिधि, चाईबासासदर प्रखंड अंतर्गत उलीझारी गांव में मेडिकल कॉलेज भवन के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने न्यूनतम मजदूरी देने की मांग को लेकर विरोध किया है. गुरुवार को मजदूरों ने काम ठप कर भवन निर्माण करा रहे कंपनी प्रबंधक के खिलाफ नारेबाजी की. मजदूरों ने कहा कि केएमवी प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी के द्वारा उलिझारी गांव में मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण कराया जा रहा है. मजदूर कंपनी प्रबंधक से न्यूनतम मजदूरी देने की मांग कर रहे हैं. कपंनी द्वारा वर्तमान मजदूरी दर 425 रुपये दी जा रही है.
इधर, गुरुवार को विरोध करने पर एसडीओ, अंचलाधिकारी व थाना प्रभारी उलीझारी गांव पहुंचे. मजदूरों ने एसडीओ से न्यूनतम मजदूरी 488 रुपये देने की मांग की. इसके बाद प्रबंधक व लेबर सप्लायर मानकी कुदादा ने पदाधिकारियों के समक्ष ने न्यूनतम 488 रुपये देने का लिखित आश्वासन दिया. वहीं, कहा कि एक जून से न्यूनतम दर लागू कर दी गयी है.निर्माण कार्य में लगी एक कंपनी पहले हो चुकी है ब्लैकलिस्टेड
ज्ञात हो कि इससे पूर्व विधायक दीपक बिरुवा की पहल पर निर्माण कार्य से संबंधित बकाया मजदूरी को लेकर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा किये जा रहे इसके विरोध का समाधान किया गया था. इसके बावजूद कंपनी द्वारा मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जा रही है. इससे पूर्व मेडिकल कॉलेज भवन का कोलकाता की एक एजेंसी द्वारा कराया जा रहा था. समयावधि पर कार्य पूर्ण नहीं कर उक्त एजेंसी को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया. इसके बाद री टेंडर प्रक्रिया के जरिये केएमवी प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद को निर्माण कार्य पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी और वर्तमान कार्यकारी एजेंसी केएमवी प्रोजेक्ट कंपनी ने बकाया मजदूरी भुगतान करना स्वीकार किया था.
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