चाईबासा. कोल्हान विश्वविद्यालय के लगभग 52 शिक्षकों की पदोन्नति की फाइल जेपीएससी में लंबित पड़ी है. इसका कारण तकनीकी गड़बड़ी बतायी जा रही है. मालूम हो कि केयू के 52 रेगुलर शिक्षकों की पदोन्नति के लिए विश्वविद्यालय की ओर से फाइल जेपीएससी को उपलब्ध करायी गयी है. पदोन्नति के लिए आवश्यक मानदंड से संबंधित नियम तय किये गये हैं, उसमें जेपीएससी व कोल्हान विश्वविद्यालय से निर्धारित मानक अलग अलग होने से समस्या बन रही है. केयू के अलावा राज्य के अन्य विश्वविद्यालय में रेगुलर प्रोफेसरों की पदोन्नति की प्रक्रिया पर राज्य स्तर पर कार्य किया जा रहा है. सूत्रों के अनुसार, बुधवार को जेपीएसी कार्यालय में बैठक में समन्वय बनाकर पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी करने पर विमर्श किया गया.
……………………….ग्रीष्मावकाश के बाद इतिहास के 17 शिक्षक होंगे पदस्थापित
चाईबासा. कोल्हान विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के 17 असिस्टेंट प्रोफेसरों के पदस्थापन की प्रक्रिया ग्रीष्मावकाश की समाप्ति के बाद शुरू होगी. जेपीएससी से चयनित इन 17 शिक्षकों के कागजात की जांच विश्वविद्यालय स्तर से पूरी की जा चुकी है. सिंडिकेट की मीटिंग में इनके पदस्थापन को मंजूरी दे दी गयी है. इस बीच चुनाव व आचार संहिता के बाद ग्रीष्मावकाश होने से पदस्थापन की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी है. कोल्हान विश्वविद्यालय के पीजी इतिहास में 3 शिक्षकों की पदस्थापना होनी है. शेष 14 शिक्षकों की पदस्थापना केयू के अन्य अंगीभूत कॉलेजों में होनी है. इसकी तैयारी कर ली गयी है. 20 जून तक ग्रीष्मावकाश है. इसके बाद ही प्रक्रिया शुरू होगी. लंबे समय से इन सभी शिक्षकों को अपने पदस्थापन की प्रतीक्षा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है