एंबुलेंस की चपेट में आकर बाइक सवार की पश्चिमी सिंहभूम में मौत, मुआवजे को लेकर ग्रामीणों ने की सड़क जाम
पश्चिमी सिंहभूम के पोटका में एक एंबुलेंस की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी. घटना के ग्रमीणों ने सड़क जाम कर दिया. लोग पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे.
प्रताप प्रमाणिक, पश्चिमी सिंहभूम: पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर-चाईबासा मुख्य मार्ग पोटका में मंगलवार सुबह को तेज रफ्तार वाली एंबुलेंस के धक्के से लोहरदा निवासी सिकंदर जामुदा नामक व्यक्ति की मौत हो गई. घटना की सूचना पाकर मजदूर नेता सिकंदर जामुदा ने घायल अवस्था में उन्हें अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने जांच के उपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया. इधर, घटना की सूचना पाकर परिजन और ग्रामीणों ने पोटका में रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग को जाम कर दी.
ग्रामीणों ने की पीड़ित परिवार को नगद 20 लाख रुपये देने की मांग
ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये नगद मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है. जानकारी के मुताबिक पश्चिमी सिंहभूम के खुंटपानी प्रखंड के लोहरदा गांव निवासी सिकंदर जामुदा(42) किसान है. सुबह सुबह वह बाइक में पेट्रोल भराने के लिए पोटका पेट्रोल पंप आया था. घर वापस लौटने के दौरान पीछे से आ रही प्राइवेट एंबुलेंस ने बाइक सवार को अपनी चपेट में ले लिया.
मजदूर नेता ने पहुंचाया अस्पताल
प्राइवेट एंबुलेंस के धक्के से वह गिर पड़ा. जिस कारण उसके शरीर के कई हिस्सों में चोटें आईं. घटना के वक्त पोटका में ही कियाडपता निवासी मजदूर नेता सिकंदर जामुदा मौजूद थे. सूचना मिलने के बाद वह तुरंत मौके पर पहुंचे और उन्हें अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जाता है कि एबुलेंस ओम नर्सिंग होम चाईबासा का है.
एंबुलेंस चालक गिरफ्तार
इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस भी वहां पहुंची और एंबुलेंस चालक को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, क्षतिग्रस्त अवस्था में पड़ी बाइक व एंबुलेंस को अपन साथ थाना ले गई. इधर, सड़क जाम के सूचना पाकर बीडीओ सह सीओ गिरजानंद किस्कू, थाना प्रभारी राजीव रंजन एवं समाजसेवी डॉ विजय सिंह गागराई भी घटनास्थल पहुंचे. विजय सिंह गागराई ने पीड़ित परिवार की ओर से प्रशासन से मुआवजे की मांग. साथ ही उन्होंने तत्काल पीड़ित परिवार को दस हजार रुपए का सहायता राशि प्रदान किया.
अस्पताल में भर्ती कुछ रिश्तेदारों से मिलने गया था मृतक
सीओ ने भी राष्ट्रीय तत्काल हित लाभ योजना के तहत दस हजार रुपए का चेक दिया. इस दौरान मृतक सिकंदर जामुदा की पत्नी निर्मला जामुदा ने कहा कि सुबह बाइक में सवार होकर उनके पति अनुमंडल अस्पताल गए थे. क्योंकि, अस्पताल में रिश्तेदार भर्ती हैं. लौटने के दौरान उन्होंने अपने बाइक में तेल डलवाया. लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी. पति की मौत के बाद मेरा पूरा परिवार खत्म हो गया. क्योंकि परिवार में कमाने वाला वही एकमात्र सदस्य था.मेरा एक लड़का और एक लड़की है. उन्होंने प्रशासन से मांग कि उनके परिवार को 20 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी दी जाए.
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