पश्चिमी सिंहभूम के 18 प्रखंडों में खोदे जाएंगे 5699 सिंचाई कुएं, जगन्नाथपुर में सबसे अधिक 500

बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना से किसानों की आर्थिक स्थिति में होगा सुधार, अबतक 563 कुओं का निर्माण पूर्ण

By Prabhat Khabar Print | June 23, 2024 12:41 AM

चाईबासा. बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना के तहत बनाये जा रहे कुएं का काम यदि ठीक-ठाक हुआ, तो पश्चिमी सिंहभूम जिले के किसानों की तकदीर बदल जायेगी. इन कुओं की मदद से किसान बहू फसली खेती कर सकेंगे. इन कुओं की मदद से वे न केवल सिंचाई कर सकेंगे, बल्कि उन्हें बत्तख पालन करने में भी सहूलियत होगी. इतना ही हजारों मनरेगा मजदूरों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा. जानकारी के अनुसार, जिले के विभिन्न प्रखंडों में 5699 सिंचाई कुओं का निर्माण कराया जाना है. अब तक 563 कुंओं का निर्माण पूर्ण भी हो चुका है. जिले के जगन्नाथपुर में सर्वाधिक 500 कुओं का निर्माण कराया जा रहा है, जबकि तांतनगर प्रखंड में सबसे कम 120 कुओं का ही निर्माण कराने का लक्ष्य तय किया गया है. प्रत्येक की गहराई 35 और डाया 12 फीट है.

दुर्घटना न हो, इसलिए मॉनसून शुरू होते ही रुकेगा निर्माण कार्य

मौजूदा समय में प्रखंड स्तर पर जिले में 5107 कुओं के निर्माण का काम भी चल रहा है, लेकिन मॉनसून शुरू होते ही दुर्घटनाओं की आशंका के कारण काम रोक दिया जायेगा. लोहरदगा में इस तरह की घटना हो चुकी है. लिहाजा इस तरह की दुर्घटना की पुनरावृति ना हो, इसे लेकर जिला प्रशासन भी सतर्कता बरत रहा है. फिलहाल जिले के सभी 18 प्रखंडों को कूप निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

किसान एक जगह पर दो से तीन फसल उपजा सकेंगे

इस योजना से किसान एक जगह दो से तीन फसल उपजा सकेंगे. जिसमें बत्तख और मछली पालन भी कर सकेंगे. इससे किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी और उन्हें रोजगार की तलाश में जहां- तहां भटकना नहीं पड़ेगा. ऐसे में किसानों के पलायन पर रोक लगाया जा सकेगा. वहीं, मनरेगा मजदूरों को भी रोजगार मिलेगा.

……………….बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना से खासकर गांव के किसानों की स्थिति बेहतर होगी. किसान सालभर में कम से कम दो-तीन फसल उपजा सकेंगे. साथ ही सब्जी की खेती भी कर सकेंगे. इसके अलावा बत्तख और मछली पालन भी कर सकेंगे. बरसात में निर्माण कार्य को बंद करने को कहा गया है. ताकि दुर्घटना ना हो. बारिश के बाद पुन: काम शुरू किया जायेगा.

-संदीप कुमार मीणा, उपविकास आयुक्त, पश्चिमी सिंहभूम

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कहां कितने कुएं बनेंगे

प्रखंड लक्ष्य पूर्णखूंटपानी 123 11 चक्रधरपुर 480 15 मंझारी 180 45बंदगांव 365 29मनोहरपुर 430 87तांतनगर 120 5आनंदपुर 200 45कुमारडुंगी 360 22टोंटो 145 16जगन्नाथपुर 500 122मझगांव 250 28हाटगम्हरिया 330 25झींकपानी 135 3सोनुआ 325 37चाईबासा 290 11नोवामुंडी 200 11गुदड़ी 200 28गोइलकेरा 485 23

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