चाईबासा. नक्सलियों के खिलाफ चल रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान बीते 17 जून को गुवा थानांतर्गत लिपुंगा और कुलासाई गांव के जंगल में पुलिस और नक्सलियों में मुठभेड़ हुई थी. इस दौरान गिरफ्तार नक्सलियों का एरिया कमांडर टाइगर उर्फ पांडु हांसदा और दस्ता सदस्य बत्री बानरा को बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेजा गया. एरिया कमांडर टाइगर उर्फ पांडु हांसदा छोटानागरा थाना क्षेत्र के हतनाबुरु गांव और दस्ता सदस्य बत्री बानरा टोंटो थाना क्षेत्र के सरजोमबुरु गांव की रहनेवाली है. ज्ञात हो कि 17 जून को लगभग साढ़े पांच बजे लिपुंगा व कुलासाई के समीप जंगल में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओ) उग्रवादियों ने सुरक्षाबलों को देखकर गोलीबारी प्रारंभ कर दी. आत्मरक्षा के लिए सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की. मुठभेड़ लगभग एक घंटा तक चली. सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख उग्रवादी दस्ता के सदस्य पहाड़ व घने जंगल का लाभ लेते हुए भाग खड़े हुए. गोलाबारी समाप्ति के पश्चात् सर्च अभियान चलाया गया. उस दौरान पांच माओवादियों के शव बरामद और भारी मात्रा में हथियार व अन्य सामग्री बरामद किये गये. दो माओवादियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने पांच नक्सलियों को मार गिराया. मृतकों में भाकपा माओवादी संगठन के जोनल कमेटी सदस्य कांडे होनहागा, सब जोनल कमेटी सदस्य सिंगराय उर्फ मनोज कुंजाम, दस्ता सदस्य जोंगा, सूर्या उर्फ मनता देवगम व सपनी हांसदा शामिल रहे.
नक्सली मुठभेड़ के दौरान डर से घर छोड़ भागे 12 ग्रामीण वापस लौटे
सारंडा के दिरीबुरु पंचायत लिंपुगा गांव के पार जंगल में सुरक्षबलों और नक्सली मुठभेड़ में फायरिंग से भयभीत लिंपुगा गांव के ग्रामीण को गांव छोडकर सुरक्षा के लिहाज दूसरे टोला में चले गये थे. वहां वे 24 घंटे तक वहीं ठहरे रहे. जानकारी के अनुसार, कांडे नाला नदी पार लिंपुगा गांव में 12 घर परिवार को गोली चलने पर दिउरी टोलों में रुके थे. वहीं सुरक्षाबलों के सर्च अभियान खत्म खत्म होने के बाद वे मंगलवार को अपने घर लौट आये. इस दौरान कई ग्रामीणों ने पने घर की मरम्मत भी की और खेतों में हल चलाकर खेतों में धान के बीज की छिंटाई भी की.
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