पश्चिमी सिंहभूम में राज्यस्तरीय हॉकी प्रतियोगिता का समापन, ये टीम बनी विजेता

मैच के बाद डॉ विजय सिंह गागराई ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हॉकी एक अंतरराष्ट्रीय खेल है. यह बंदगांव प्रखंड में बड़े पैमाने पर खेला जाता है.

By Sameer Oraon | October 25, 2023 12:23 PM

अनिल तिवारी, बंदगांव : पश्चिमी सिंहभूम के बंदगाव में तीन दिवसीय राज्यस्तरीय हॉकी प्रतियोगिता का समापन हुआ. ये प्रतियोगिता टेबो पंचायत के लोसोलिकिर गांव में हुआ था. समापन समारोह के मुख्य अतिथि समाजसेवी डॉ विजय सिंह गागराई थे. फाइनल मुकाबला साईकटा हॉकी टीम और खूंटी जिला के तुतुयू हॉकी टीम के बीच खेला गया. निर्धारित समय तक दिनों टीम एक भी गोल नहीं कर सकी. जिसके बाद पेनल्टी शूटआउट कर मैच का नतीजा निकालने का प्रयास किया गया. जहां दोनों टीम का स्कोर बराबर रहा. इसके बाद लॉटरी के माध्यम मैच का नतीजा निकालने का फैसला हुआ. जिसमें खूंटी की तुतुयू हॉकी टीम विजेता बनी. विजेता और उप-विजेता टीम को मुख्य अतिथि ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया.

मैच के बाद डॉ विजय सिंह गागराई ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हॉकी एक अंतरराष्ट्रीय खेल है. यह बंदगांव प्रखंड में बड़े पैमाने पर खेला जाता है. यहां के खिलाड़ी हॉकी खेल में देश विदेश में भी जाकर खेल चुके हैं. जो कि हम लोगों के लिए एक गर्व की बात है. उन्होंने कहा खेल या स्पोर्ट्स क्रियाओं में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक विकास दूसरों से अच्छा होता है.

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यह हमें जीवन में बहुत सारी आवश्यक चीजों को सीखने का मौका देता है. यह हमारे व्यक्तित्व, आत्मविश्वास के स्तर में विकास और शारीरिक व मानसिक संतुलन बनाये रखने में मदद करता है. खेल हमें जीवन में कठिन परिस्थितियों का सामना करने और शरीर और मस्तिष्क को तनाव रहित बनाने में मदद करता है. खेल मित्रता की भावना को विकसित करने, एकसाथ काम करने की आदत को बढ़ावा देता है.

उन्होंने कहा आधुनिक शिक्षा प्रणाली में, शिक्षा को और अधिक दिलचस्प बनाने के लिए खेल को शिक्षा का अभिन्न अंग बना दिया गया है. बता दें कि हॉकी प्रतियोगिता में 24 टीमों ने भाग लिया था. कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से मुखिया प्रतिनिधित्व मांगरा ओडिया, सिरका टोप्पनो, एलिजर हंस, सुलेमान हंस, भीमसेन बोदरा, दुबये बोदरा, दजीयल हंस, लुतार हंस, समेत कई लोगों का योगदान रहा. खेल प्रतियोगिता में हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.

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