प्रतिनिधि, तांतनगर
तांतनगर प्रखंड क्षेत्र के सेरेंगबिल स्थित तोरलो नदी पर बना पंप हाउस का मोटर दो माह से खराब है. मोटर खराब होने से कासेया पंचायत के गांवों में पेयजलापूर्ति बंद है. पेयजलापूर्ति बंद होने पंचायत के ग्रामीणों में पेयजल के हाहाकार मचा है. पेयजलापूर्ति बंद होने से पंचायत की करीब 2800 आबादी को पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है. लोगों को दूर स्थित खरकई नदी से पानी लाना पड़ रहा है. वहीं, पंप हाउस के पास नदी के पास बनाये गये कुएं का जलस्तर भी नीचे चला गया है.मालूम हो कि सेरेंगबिल स्थित तोरलो नदी पर चाईबासा के पेयजल एवं स्वच्छता पेयजलापूर्ति विभाग की ओर से वर्ष 2017-18 में डीएमएफटी मंद के करोड़ों रुपये से पंप हाउस बनाया गया था. इस पंप हाउस से कासेया पंचायत के सेरेंगबिल, बानाबीर, कासेया व पुंडीगुटू गांव को पेयजलापूर्ति करना था. लोगों ने जल्द निदान की गुहार लगायी है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
तोरलो नदी पर बने पंप हाउस से घरों तक दो माह से पेयजलापूर्ति बंद है. मजबूरन नदी से पानी लाना पड़ता है. कुआं व नदी का जलस्तर भी काफी नीचे चला गया है.-जैक्सन बिरुली, सेरेंगबिल.
……………………..पंप हाउस की मशीन दो माह से खराब है, जिससे दो माह से घरों में पेयजलापूर्ति बंद है. पेयजल नहीं मिलने से हमलोगों को खरकई नदी से पानी लाना पड़ रहा है. –
सुखलाल सामड, ग्रामीण
——————————————-पेयजलापूर्ति बंद होने से गांव में पेयजल की बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी है. पानी की किसी तरह व्यवस्था करनी पड़ रही है. गर्मी में नदी से पानी लाने में मशक्कत करनी पड़ रही है.
-सुधन डिबर, कासेया
———————-तोरलो नदी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है. नदी पर बने पंप हाउस से पिछले दो माह से पानी बंद हो गया है. इस भीषण गर्मी में पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है.-पलमाती बिरुली, ग्रामीण
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