खदान में सर्वोत्तम अभ्यासों को अपनाती है नोवामुंडी माइंस : वीपी

नोवामुंडी आयरन माइंस के 100 साल पूरे, मना जश्न.लोगो लॉन्च किया गया, शताब्दी वर्ष का शुभारंभ.

By Prabhat Khabar News Desk | June 1, 2024 11:29 PM

प्रतिनिधि, नोवामुंडीटाटा स्टील की नोवामुंडी आयरन माइंस के 100 साल पूरे हो गये. इस मौके पर शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया. लोगो लॉन्च के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (रॉ मैटेरियल्स) डीबी सुंदररामम थे. ओएमक्यू डिवीजन के जेनरल मैनेजर अतुल भटनागर व नोवामुंडी मजदूर यूनियन के सचिव संजय दास भी शामिल हुए. इस मौके पर डीबी सुंदरारामम ने कहा कि नोवामुंडी आयरन माइंस टाटा स्टील की महत्वपूर्ण हिस्सा रही है. हमें इस उपलब्धि का जश्न मनाने पर गर्व है. बहुत कम खदानें 100 साल से अधिक समय तक चलती हैं. नोवामुंडी आयरन माइंस सामुदायिक विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए माइनिंग में सर्वोत्तम अभ्यासों को अपनाने का उदाहरण है.

लोगो लॉन्च के अलावा फ्लावर शो का आयोजन

लोगो लॉन्च के अलावा नोवामुंडी में समर फ्लावर शो का आयोजन किया गया. इसमें फूलों की 22 से अधिक किस्मों का प्रदर्शन किया गया. इसके अलावा इस अवसर पर नोवामुंडी में पौधरोपण भी किया गया. पूरे वर्ष नोवामुंडी आयरन माइंस शताब्दी वर्ष मनाने के लिए कई कार्यक्रम की मेजबानी करेगी. इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, कर्मचारी सम्मान पहल और सामुदायिक जुड़ाव जैसी गतिविधियां शामिल हैं.

देश का पहला लौह अयस्क खदान बना

नोवामुंडी कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए सौर संयंत्र स्थापित करने वाला देश की पहला लौह अयस्क खदान बन गयी. यह खदान 19 एकड़ में फैली है. इसकी क्षमता 3 मेगावाट है. नोवामुंडी अपने हितधारकों और समुदाय के बीच फिटनेस और सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए रन-ए-थॉन जैसे कार्यक्रमों की मेजबानी भी करती रही है. पौधरोपण और वर्षा संचयन पर ध्यान केंद्रित करते हुए जैव विविधता में सुधार के लिए कई कदम उठाये गये हैं.

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