चाईबासा : उमस ने बढ़ायी बेचैनी, नहीं सूख रहा पसीना
तूफान का असर खत्म होते ही पारा 40 पर पहुंचा.पंखा व कुलर भी देने लगे हैं जवाब, त्राहिमाम की स्थिति. लगातार पसीना निकलने से डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ा.
संवादददाता, चाईबासा
चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ ने गर्मी से परेशान लोगों को थोड़ी राहत दी थी. इसका असर खत्म होते ही मंगलवार को चाईबासा व आसपास के क्षेत्र में तापमान एक बार फिर से 40 डिग्री पर पहुंच गया. वहीं, दिनभर गर्म हवा चलने से लोगों का हालत खराब होती रही. उमस के कारण लोगों का मन अकबक लग रहा था. लोगों के शरीर से पसीना नहीं सूख रहे थे. दिनभर लोग भीषण गर्मी के कारण अस्त-व्यस्त रहे. दिनभर हवाएं नहीं चलने से हालात खराब होते रहे. लोगों को झुलसा देने वाली गर्मी का अहसास होने लगा है. उमस से बेचैनी बढ़ गयी है.रात में भी पसीने के तरबतर रह रहे लोग
लोगों का कहना है कि दिन तो दिन, रात में भी पसीने से तरबतर हो रहे हैं. स्थिति यह है कि कुलर और पंखा भी जवाब देने लगे हैं. जानकारी के अनुसार, मंगलवार को चाईबासा का अधिकतम तापमान 40 डिग्री रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इस दौरान आर्द्रता में बढ़ोतरी दर्ज की गयी. सुबह में चाईबासा की आर्द्रता 79 % तक पहुंच गयी थी. अपराह्न 12 बजे के बाद आर्द्रता घटकर 55% आ गयी थी. लोगों को सुबह से दोपहर तक धूप के साथ पसीने से लथपथ होते देखा गया. शाम में भी इससे राहत नहीं मिली.फिलहाल राहत के आसार नहीं
मौसम के जानकारों के अनुसार अगले दिन भी ऐसा ही मौसम रहने का संभावना है. फिलहाल गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं. हालांकि, जल्द ही मॉनसून के आने की खबर से थोड़ी चिंता कम हुई है. जानलेवा गर्मी से लोग बेहाल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है