चक्रधरपुर रेल मंडल में अब वैगनों की नहीं होगी कमी : डीआरएम
Jharkhand news, West Singhbhum news : रेल मंडल परिक्षेत्र में जितनी अधिक लौह अयस्क (Iron ore) का उत्खन्न हो रहा है. इसके अनुपात में ग्राहकों को कई बार समय से वैगन उपलब्ध कराने में कठिनाई होती थी. आधारभूत संरचना और ढांचागत विकास होने एवं गाड़ियों की रफ्तार बढ़ने से वैगनों की कमी और चुनौती दूर हो गयी है. रेल मंडल अपनी आधारभूत ढांचे को और सुदृढ़ करने व मालभाड़ा यातायात बढ़ाने के लिए पूरी क्षमता से प्रयासरत है. मालभाड़ा यातायात में सुधार के लिए संबंधित प्रमुख मालभाड़ा ग्राहकों से निरंतर संपर्क बनाये रखते हुए उनके सुझावों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है. यह बातें चक्रधरपुर मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार साहु ने विडियो कांफ्रेसिंग में कही. बिजनेस डेवलपिंग यूनिट के सदस्यों के साथ डीआरएम वीडियों कांफ्रेंसिंग कर रहे थे.
Jharkhand news, West Singhbhum news : चक्रधरपुर (पश्चिमी सिंहभूम) : रेल मंडल परिक्षेत्र में जितनी अधिक लौह अयस्क (Iron ore) का उत्खन्न हो रहा है. इसके अनुपात में ग्राहकों को कई बार समय से वैगन उपलब्ध कराने में कठिनाई होती थी. आधारभूत संरचना और ढांचागत विकास होने एवं गाड़ियों की रफ्तार बढ़ने से वैगनों की कमी और चुनौती दूर हो गयी है. रेल मंडल अपनी आधारभूत ढांचे को और सुदृढ़ करने व मालभाड़ा यातायात बढ़ाने के लिए पूरी क्षमता से प्रयासरत है. मालभाड़ा यातायात में सुधार के लिए संबंधित प्रमुख मालभाड़ा ग्राहकों से निरंतर संपर्क बनाये रखते हुए उनके सुझावों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है. यह बातें चक्रधरपुर मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार साहु ने विडियो कांफ्रेसिंग में कही. बिजनेस डेवलपिंग यूनिट के सदस्यों के साथ डीआरएम वीडियों कांफ्रेंसिंग कर रहे थे.
श्री साहु ने कहा कि राजखरसावां स्टेशन में नन इंटर लॉकिंग के अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य पूरा हो जाने से गाड़ियों की आवाजाही बहुत आसान हो गयी है. साथ ही इस नयी तीसरी रेल लाइन में अप-डाउन आवाजाही संभव हो गयी है. 24 अगस्त को राजखरसावां डेढ़ किलोमीटर नयी तीसरी रेल लाइन का कमीशनिंग होना तय है. इससे शत प्रतिशत 160 किलोमीटर लंबी टाटा- बिसरा नयी रेल लाइन का कमीशनिंग पूरा हो जायेगा.
उन्होंने कहा कि मालगाड़ियों की औसत गति को बढ़ाते हुए इससे अतिरिक्त क्षमता बनाकर निबटने का प्रयास किया जा रहा है. रेल मंडल में मालगाड़ियों की औसत गति 60 किमी प्रति घंटे करने का लक्ष्य रखा है, जिससे और अधिक गाड़ियों को चलाना संभव होगा. वहीं, जनवरी में टाटा से झारसुगड़ा तक थर्ड रेल लाइन का काम पूरा हो जायेगा. बिसरा-राउरकेला, पानपोस- राजगांगपुर- झारसुगड़ा- धुतरा में एनआई के अलावे आधुनिक सांकेतिक प्रणालियों पर काम हो रहा है. कार्यक्रम का संचालन सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक ने किया.
Also Read: कीचड़ भरे गड्ढे में तब्दील हो गयी बानपुर की सड़क, जेसीबी से टोचन के बाद पार हाेते हैं ट्रक
रेल मंडल के 42 प्राइवेट साइडिंग होगा विकसित
रेलवे बोर्ड ने 42 प्राइवेट साइडिंग को विकसित करने का आदेश दिया है. जिसे लेकर साइडिंग पर अभियान चलाया जायेगा. रेल मंडल ने बिजनस डेवलपिंग यूनिट (BDU) के प्रस्ताव पर 6 नये रेलवे साइडिंग खोले हैं. जिसकी कमीशनिंग प्रक्रिया के बाद चालू कर दिया जायेगा. नये साइडिंग के लिए रेलवे जमीन देने को तैयार है. निजी साइडिंग के लिए रेल लाइन बिछाने के लिए भी तैयार है. इसके एवज में 40 साल तक रेलवे को चार्ज देना होगा.
टाटा- बदामपहाड़ रेलखंड में बढ़ेगी लदान क्षमता
टाटा-बदामपहाड़ रेलखंड के कुलडीहा- राजगांगपुर, रायरांगपुर- दामपहाड़ में विद्युतीकरण और सांकेतिक प्रणाली इंटरलॉकिंग का काम हो रहा है. इसके पूरा होते ही प्रत्येक वैगन में 4 टन अतिरिक्त लोडिंग होगा और माल लदान में अप्रत्येशित बढ़ोत्तरी होगी. ब्रिजराजपुर गुड्स शेड में क्वाटर्ज लोडिंग हो रहा है. बलास्ट लोडिंग के लिए रेल मंडल ने डांगुवापोसी, टाटा गुड्स सेड एवं बंडामुंडा का चयन किया है, जिसे जल्द चालू कर दिया जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.