प्रतिनिधि, चाईबासा
चाईबासा में गुरुवार की शाम आयी आंधी-बारिश से बिजली व्यवस्था चरमरा गयी. रात के बाद शुक्रवार की सुबह भी बिजली हर पांच-10 मिनट पर आती-जाती रही. इससे सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं. ओपीडी में डॉक्टरों ने मोबाइल फोन की रोशनी में मरीजों का इलाज किया. वहीं, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, खून की जांच प्रभावित रही. मरीज परेशान रहे. ओपीडी में लगे इनवर्टर भी डाउन हो गये.हालांकि, सदर अस्पताल में चार बड़े-बड़े साउंडलेस जेनरेटर हैं, जो शो-पीस बनकर रह गये हैं. अस्पताल प्रशासन जेनरेटर नहीं चलाया जाता है. गुरुवार को दवा वितरण केंद्र में फार्मासिस्ट ने मोबाइल फोन की रोशनी में मरीजों को दवा दी.
हाथ पंखा से मरीजों को मिली राहत
बिजली नहीं रहने से अस्पताल में भर्ती मरीज गर्मी से परेशान रहे. परिजनों को हाथ पंखा झेलते देखा गया. अस्पताल में भर्ती एक मरीज के परिजन ने बताया कि रात से बिजली आती-जाती रही. अस्पताल में रुक पाना मुश्किल हो रहा है. शुक्रवार की सुबह से बिजली आती-जाती रही. ऐसे में मरीज और बीमार हो रहे हैं. अस्पताल की बिजली व्यवस्था ठीक होनी चाहिए.–कोट–
बिजली आपूर्ति व्यवस्था में बार-बार फॉल्ट होने से परेशानी हुई है. बिजली विभाग से फॉल्ट की समस्या आ रही है. इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जायेगा.– आशीष कुमार, प्रबंधक, सदर अस्पताल, चाईबासा
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