मनोहरपुर विधानसभा : नक्सलियों की धमकी पर वोटरों का उत्साह भारी, भयमुक्त होकर किया मतदान

महिलाओं और युवाओं में गजब का उत्साह दिखा, ग्रामीण क्षेत्र में वोटरों की लंबी कतार लगी रही

By Prabhat Khabar News Desk | May 14, 2024 12:10 AM
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मनोहरपुर. नक्सल प्रभावित सारंडा में इस लोकसभा चुनाव में नक्सलियों की धमकी के बाद भी वोटरों का उत्साह भारी पड़ा. मनोहरपुर विधानसभा में जमकर वोट पड़े. पिछले बार के चुनाव से इस बार 10 प्रतिशत का इजाफा हुआ. लोगों ने भयमुक्त होकर मतदान किया. ग्रामीण क्षेत्र में सुबह से लंबी-लंबी लाइन लगी रही. शहरी क्षेत्र में मतदान प्रतिशत में भारी इजाफा नहीं हुआ, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 60 से लेकर 65 प्रतिशत मतदान दोपहर एक बजे तक हो गया था. सारंडा क्षेत्र के मतदान केंद्रों में महिलाओं और युवाओं में खासा उत्साह देखा गया. कड़ी धूप के बावजूद महिला और युवा वोटर लाइन में लगकर अपना मत का प्रयोग किया. पूरे क्षेत्र में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गयी थी. शहर से लेकर सारंडा के बीहड़ क्षेत्र में भी सीसीटीवी की व्यवस्था की गयी थी. मतदान के दौरान बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा.

25 साल बाद सारंडा के नक्सल प्रभावित तिरिलपोसी में बना बूथ

13 एम 12 में तिरिलपोसी में वोट के लिए लगी लाइननक्सलियों के गढ़ माने जाने वाले सारंडा के तिरिलपोसी गांव में 1999 में नक्सली वारदात की वजह से मतदान केंद्र को हटा दिया गया था. इस बार 25 साल बाद मतदान केंद्र बनाया गया. इस बूथ में तिरिलपोसी, बिटकिलसोय, नयागांव और रायडीह के मतदाताओं ने मतों का प्रयोग किया. इस बूथ में एक हजार से अधिक वोटर हैं. मतदाताओं का उत्साह ऐसा रहा कि दोपहर एक बजे तक 2 बूथों में 66 फीसदी मतदान हो चुका था.

बिंजु में इवीएम मशीन खराब, डेढ़ घंटे बाद शुरू हुआ मतदान

लोकसभा चुनाव के लिए प्रखंड क्षेत्र के मतदाताओं में गजब का उत्साह देखा गया. मतदाता अहले सुबह से मतदान केंद्र पहुंचकर लाइन में खड़े हो गये और मतदान शुरू होने का इंतजार करने लगे. प्रखंड के 40 मतदान केंद्रों में 39 में सुबह सात बजे मतदान शुरू कर दिया गया. मतदान केंद्र संख्या 191 उत्क्रमित उच्च विद्यालय बिंजु में इवीएम मशीन खराब होने के कारण वहां 8:47 में मतदान शुरू हुआ. बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाता को बुके देकर सम्मानित किया गया. साथ ही पहले वोट डालने वाले मतदाता को प्रमाण पत्र दिया गया. मतदान केंद्रों में मेडिकल टीम की व्यवस्था की गयी थी. .

रिलोकेट बूथ में देर से पहुंचा वाहन

प्रशासन द्वारा रिलोकेट बूथ पर वाहन की व्यवस्था की गयी थी. समय पर वाहन नहीं पहुंचने पर कंट्रोल रूम को बार-बार फोन करना पड़ रहा था. सुबह नौ बजे के बाद कहीं-कहीं पर वाहन पहुंचा. दूसरी ओर उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय उंडुदा के तीनों मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग या सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाये गये थे. प्रखंड के मध्य विद्यालय बेड़ातुलुंडा मतदान केंद्र को छोड़ अधिकतर मतदान केंद्रों में 3 बजे के बाद भीड़ कम हो गयी. मध्य विद्यालय बेड़ातुलुंडा में पांच बजे के बाद लगभग 100 मतदाता कतार में थे. इनका मतदान कराया गया.

युवा वोटरों ने कहा

पहले हमें मतदान करने दीघा जाना पड़ता था, तिरिलपोसी में बूथ होने से हमें काफी सहूलियत मिली है. भविष्य में हमारे गांव में भी मतदान केंद्र बने तो और बेहतर रहेगा. – सपना खलको, रायडीहपहले हमे खाना लेकर दीघा वोट देने जाना पड़ता था, तिरिलपोसी में बूथ होने से हमलोगों को काफी सहूलियत हो गयी है. पहले और आज के सारंडा के काफी बदलाव देखने को मिलता है. -बुधराम तोरकोट, नयागांव

धीरे-धीरे सारंडा में खुशहाली लौट रही है. तिरिलपोसी में बूथ बनना इसका एक उदाहरण है. इस बार लोगों ने भयमुक्त होकर मतदान किया. लोगों में वोट के प्रति काफी उत्साह रहा. -नवीन खलको, नयागांवपहले हमलोगों को दीघा जाने में काफी परेशानी होती थी. तिरिलपोसी में बूथ बनना काफी खुशी की बात है. हमलोगों ने इत्मिनान से अपना मतदान का प्रयोग किया. -सालमी टोप्पो, रायडीह

सारंडा में पहले से काफी विकास हुआ है, परंतु अभी और विकास की आवश्यकता है. इसके लिए सही प्रतिनिधि का चुनाव जरूरी है. सही प्रतिनिधि ही क्षेत्र का विकास कर सकते हैं. -एबिमलेक टोपनोसारंडा की परिस्थिति में बदलाव हो रहा है, लोग निडरता के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. यह खुशी की बात है. विकास की ओर जरूरत है. नीला तोपनो, बिटकिलसोय

पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंची. प्रसन्नता के साथ बताया कि सारंडा क्षेत्र में काफी विकास और बदलाव हो रहा है. यह आज के मतदान के दौरान दिखा भी. – नीलम बारला, बिटकिलसोय

धूप से बचने के लिए पेड़ बना सहारा

सोनुआ प्रखंड में चुनाव के दौरान प्रशासन द्वारा काफी लापरवाही बरती गयी. सोनुआ व गुदड़ी के बूथों में मतदाताओं को कड़ी धूप में कतार में लगा दिया गया था. वहीं धूप बढ़ जाने पर मतदाता लाइन तोड़कर पेड़ों की छांव में अपनी बारी का इंतजार करते देखे गये. गुदड़ी प्रखंड में मतदाताओं के लिए कोई सुविधा नहीं दी गयी थी. इससे मतदाताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

लोकतंत्र के निर्माण में 80 वर्षीय सुकेसी में दिखा अलग उत्साह

लोकतंत्र के महापर्व में युवाओं से लेकर बुजुर्गों ने भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित की. सोनुआ के बूथ संख्या 125 मध्य विद्यालय महुलडीहा में 80 वर्षीय वृद्ध सुकेसी महतो चलने में असमर्थ रहने के बावजूद दूसरे के सहारे पैदल अपने बूथ में जाकर वोट दिया. उनके चेहरे पर लोकतंत्र के निर्माण में अपनी भागीदारी देने का अलग उत्साह झलक रहा था.

मतदान का उत्साह, ट्रैक्टर से पहुंचे लोग

मनोहरपुर विधानसभा के गुदड़ी प्रखंड के कई रिलोकेट बूथों में मतदाताओं को लाने ले जाने के लिए ट्रैक्टर की व्यवस्था की गयी थी. मध्य विद्यालय गुदड़ी के बूथ से कोटगढ़ गुनिदिरी के मतदाताओं को ट्रैक्टर पर सवार होकर वोट देने के लिए जाते देखा गया. ट्रैक्टर पर सवार होकर भी सुदूर क्षेत्र में लोकतंत्र बचाने के लिए अलग उत्साह देखा गया.

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