चक्रधरपुर : मागुरदा गांव में चार माह से जलमीनार खराब, गहराया जलसंकट
पीने के साफ पानी के लिए स्थानीय ग्रामीण कर रहे मशक्कत, इइ को ज्ञापन
प्रतिनिधि, चक्रधरपुर
भीषण गर्मी में चक्रधरपुर प्रखंड की हतनातोड़ांग पंचायत के मागुरदा गांव में स्थानीय ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. साथ ही विभाग के प्रति ग्रामीणों में नाराजगी भी है. गांव में लगी सोलर जलमीनार व चापाकल चार महीने से खराब है. जिससे पीने के पानी के लिए लोगों को लंबी दूरी तय कर दूसरे गांव के टोला में जाना पड़ रहा है.सूचना पर पीपुल्स वेल्फेयर एसोसिएशन के सचिव डॉ विजय सिंह गागराई गांव पहुंचे और गांव में पानी की समस्या से अवगत हुए. जहां ग्रामीणों ने बताया कि भीषण गर्मी में गांव के तालाब व नाले सूख चुके हैं. पीने के साफ पानी के लिए स्थानीय ग्रामीणों को मशक्कत करनी पड़ रही है. गांव के सुरेन्द्र बोदरा के घर के पास लगा चापाकल व सोलर जलमीनार खराब है. स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. वहीं, विभाग भी इस ओर मौन बैठा है.इस कारण ग्रामीण परेशान हैं.
जल्द चापाकलों को ठीक कराने का आश्वासन
इधर, गांव में पानी की समस्या सुनने पर समाजसेवी डॉ. विजय सिंह गागराई ने ग्रामीणों ने कहा कि जल्द से जल्द खराब पड़े चापाकल व सोलर जलमीनार को ठीक कराया जाएगा, ताकि इस गर्मीं में पानी के लिए ग्रामीणों को भटकना न पड़े. इसके बाद डॉ विजय सिंह गागराई ने गांव के मुंडा व ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त पत्र लेकर सीधे चक्रधरपुर के पेयजल विभाग कार्यालय पहुंचे. जहां पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रभु दयाल मुंडा से मुलाकात कर मामले को अवगत कराया. जहां कार्यपालक अभियंता ने जल्द ही चापाकल व सोलर जलमीनार ठीक कराने का आश्वासन दिया है. पत्र में रानी हेम्ब्रम, दुग्गी हेम्ब्रम, पिंकी बोयपाई, बुधन हेम्ब्रम, संजीव हेम्ब्रम, संजीता हेम्ब्रम आदि के हस्ताक्षर हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है