प्रतिनिधि, मझगांव
ग्रामीणों ने बच्चों संग भूख-हड़ताल का लिया फैसला
ग्रामीणों ने बताया कि बीते वर्ष नल जल योजना से टोला में बोरिंग करवाई गयी थी. हम सभी ग्रामीण काफी खुश थे कि अब हम लोगों का समस्या दूर होगी, लेकिन एक वर्ष बीतने के बाद भी कोई कार्य नहीं हुआ. एजेंसी के कर्मी पिछले माह गांव में आये और निचले स्ट्रक्चर का कार्य कर चले गए. उन लोगों का आज तक कोई आता पता नहीं है. पानी नहीं रहने से स्कूली बच्चों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि गांव के प्राथमिक विद्यालय शारदा में भी कई माह से नलकूप खराब है. वहां की रसोइया दूर से पानी लाकर मध्याह्न भोजन बनाती है. अब गांव के सभी ग्रामीण और बच्चे पैदल मार्च करते हुए प्रखंड कार्यालय के प्रांगण में पानी के लिए भूख-हड़ताल करेंगे. क्या कहती हैं महिलाएंगांव में पिछले दो वर्षों से पानी की घोर समस्या है. दो किलोमीटर दूर खेत से पानी लाकर परिवार की प्यास बुझा रही हूं.पानी नहीं रहने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. -लिली पिंगुवा
2 किमी दूर खेत से पानी लाने में आपस की लड़ाई भी हो जाती है. क्योंकि पानी के लिए खेत में इंतजार करना पड़ता है. तब जाकर पानी मिल पाता है. -सावित्री पिंगुवापानी की समस्या के लिए प्रखंड से लेकर पंचायत तक गुहार लगा चुके हैं. अब हम लोगों ने ठाना है कि अगर जल्द पानी नहीं मिलता है, तो हम सभी ग्रामीण सामूहिक धरना-प्रदर्शन करेंगे. -श्रवण पान
सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है, जब हम लोग मजदूरी करने बाहर जाते हैं और घर में पानी नहीं रहता है. काम से लौटने पर अधिक समस्या होती है.- कदमा हेंब्रम पानी नहीं रहने का असर स्कूली बच्चों पर काफी दिखता है. बच्चे कई बार बिना नहाये ही विद्यालय चले जाते हैं. लेकिन हम लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है. -शुक्रमणि पिंगुवावास्तव में गांव में पानी की काफी समस्या है. वहां पर प्रधानमंत्री जल नल योजना का कार्य चल रहा है. जल्द से जल्द कार्य पूरा करवाया जाएगा. जिससे लोगों को पानी मिलेगा. -लंकेश्वर तामसोय, जिप सदस्य, मझगांव
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