नल-जल योजना से एक वर्ष बाद भी नहीं पहुंचा पानी

नल-जल योजना से एक वर्ष बाद भी नहीं पहुंचा पानी

By Prabhat Khabar News Desk | April 25, 2024 11:22 PM
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जामिद गांव में नल-जल योजना एक साल से अधूरी, ग्रामीण लगाये हैं आसग्रामीणों ने कहा – योजना के नाम पर हमलोगों के साथ छलावा किया जा रहा

चक्रधरपुर.

चक्रधरपुर प्रखंड के जामिद गांव में नल-जल योजना एक साल से अधूरी पड़ी है. यहां के ग्रामीण एक साल से पानी की आस लगाये बैठे हैं. जिस गति से काम चल रहा है, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह गर्मी भी बीत जायेगी. ग्रामीणों ने बताया कि जामिद गांव में घर-घर पानी पहुंचाने के लिए सभी टोला में डीप बोरिंग कर पाइप बिछाने का काम शुरू किया गया था. यह काम एक साल पहले शुरू हुआ था. अभी तक गांव में टंकी भी नहीं लगी है. सिर्फ फाउंडेशन बनाकर छोड़ दिया गया है. इस कारण ग्रामीणों के घर न पानी पहुंचा और न ही काम पूर्ण हुआ है. अधूरे कार्य से ग्रामीणों में नाराजगी है.उरांव टोला में सड़क खोदकर छोड़ दियाजामिद गांव के उरांव टोला में पाइप बिछाने को लेकर सड़क खोदकर छोड़ दिया गया है. सड़क को ठीक से भरा नहीं गया है. सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा है. ग्रामीणों को इससे सड़क दुर्घटना का भय लगा रहता है. ग्रामीणों का कहना है कि उनके साथ हर बार की तरह इस बार भी छलावा किया जा रहा है. सभी गांव में प्रधानमंत्री आवास का निर्माण किया गया, इस गांव को वंचित रखा गया. इसी तरह दूसरे गांव में घर-घर पानी पहुंच गया है. जामिद गांव में यह योजना एक साल से अधूरी पड़ी है.

पाइप बिछाने में अनियमितताग्रामीणों ने बताया कि जामिद गांव के उपर टोला में शीतल भानू महतो, सुदर्शन महतो, जीवन महतो, नीचे टोला में परशुराम महतो, सीतामनी महतो, उमेश महतो तथा उरांव टोला में संजय महतो और गोंडो सामड के घर के पास जलमीनार लगाने के लिए डीप बोरिंग की गयी है. अभी तक जलापूर्ति शुरू नहीं की गयी है. पाइप लाइन का काम भी अधूरा है. जहां भी पाइपलाइन बिछायी गयी है, वहां लापरवाही बरती गयी है. सिर्फ एक फीट गड्ढा खोदकर पाइप डाल दिया गया है. यदि उसके उपर भारी वाहन चढ़ जायेगा, तो पाइप क्षतिग्रस्त हो जायेगा. ग्रामीणों ने कहा कि ठेकेदार की लापरवाही के कारण इस गर्मी में ग्रामीणों को चापाकल और कुआं का चक्कर काटना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने लापरवाह ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग की है. विभाग से योजना को जल्द पूरा कराने की मांग की गयी है.

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