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पश्चिमी सिंहभूम: 13 में आठ लैंपस अब भी बंद, खुले बाजार में धान बेच रहे किसान

वहीं, खूंटपानी प्रखंड के खूंटपानी व पूर्णिया, टोंटो के बड़ाझींकपानी, मझगांव के बेनीसागर, झींकपानी के असुरा, जगन्नाथपुर के बड़ानंदा, हाटगम्हरिया के बलंडिया व तांतनगर लैंपस बंद पड़े हैं.

चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम में धान की कटाई पूरी हो चुकी है, लेकिन ज्यादातर लैंपसों के बंद रहने के कारण धान की खरीदारी अभी शुरू नहीं हो पायी है. जिले के सभी लैंपसों के माध्यम से 6,452 किसानों से धान की खरीदारी की जानी है. ऐसे में किसान अपने धान को खुले बाजार में औने- पौने दाम में बेचने को विवश हैं. जानकारी के अनुसार, जिले में कुल 13 लैंपस है, लेकिन जनवरी में सदर प्रखंड के लैंपस में एक किसान से 1.7 क्विंटल व गोइलकेरा प्रखंड में 5.70 क्विंटल धान की खरीदारी हुई है. वहीं, खूंटपानी प्रखंड के खूंटपानी व पूर्णिया, टोंटो के बड़ाझींकपानी, मझगांव के बेनीसागर, झींकपानी के असुरा, जगन्नाथपुर के बड़ानंदा, हाटगम्हरिया के बलंडिया व तांतनगर लैंपस बंद पड़े हैं. जैंतगढ़ लैंपस में धान खरीद की राशि में गड़बड़ी से बंद है.

13 लैंपसों का हाल

खुले -5

बंद-8

खरीदारी -2

साप्ताहिक हाट- बाजार में धान बेचने की विवशता

जानकारी के अनुसार, मकर संक्रांति व टुसू के पर्व के समय भी लैंपसों के नहीं खुलने से किसानों को धान की उपज को विभिन्न साप्ताहिक हाट- बाजार में बेचना पड़ रहा है. मंगलाहाट, झींकपानी, अंधारी, चक्रधरपुर सहित विभिन्न साप्ताहिक हाट- बाजारों में किसानों को एक से दो रुपये प्रति डब्बा के हिसाब से धान बेचना पड़ रहा है. सूत्रों की मानें तो खुले बाजार में धान की सबसे ज्यादा खरीदारी मंगलाहाट, झींकपानी व अंधारी बाजार में होती है.

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इन लैंपसों में शुरू नहीं हुई धान बिक्री

मालूम हो कि पिछले दिन जिले में सदर प्रखंड के अलावा सोनुवा के गोलमुंडा, मंझारी के लगडा, कुमारडुंगी के अंधारी व गोइलकेरा लैंपस को चालू तो कर दिया गया है, लेकिन सदर व गोइलकेरा को छोड़ अन्य लैंपसों में एक छटाक भी धान की खरी- बिक्री नहीं हुई है. इस वजह है कि जिले के विभिन्न हाट- बाजारों में धान की खरीद- बिक्री को बिचौलिये सक्रिय हैं.

क्या कहते हैं किसान

प्रखंड का इकलौता धान अधिप्राप्ति केंद्र बंद रहने से किसान खुले बाजार में माटी के भाव में अपना धान बेच रहे है. 

दिलु नायक

करे कोई भरे कोई. धान का घोटाला लैंपसकर्मी ने किया है. उसका दंश हम किसान झेल रहे हैं.

कमल नायक

मकर क्षेत्र का सबसे बड़ा पर्व है. लैंपस में ताला लगा हुआ है. हमारे धान चूहे खा रहे हैं. 

राजू गोप

पिछले साल का भी अभी तक भुगतान नहीं हुआ है. लैंपस बंद रहने से किसानों के समक्ष समस्या उत्पन्न हो गयी है. 

श्री निवास तिरिया

अभी जिले में धान खरीद केंद्र का उद्घाटन चल रहा है. 13 तक सभी का एक्टिवेट होना है. जिला में 3 लाख क्विंटल धान खरीदारी का लक्ष्य है. जिला में धान की खरीदारी 29 दिसंबर से शुरू की गयी है. लैम्पसों में धान की खरीदारी का काम मार्च तक चलेगा.

– सुनीला खलखो, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, पश्चिमी सिंहभूम

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