जतरा मेले में युवक की हत्या, ग्रामीणों ने डर से शव दफनाया, छह दिन बाद पुलिस ने कब्र से निकाला
गुदड़ी थाना के कमारगांव में 22 मई को लगा था जतरा मेला, मामूली विवाद में बाहरी युवकों ने गोमा नाग की हत्या कर दी
सोनुआ. गुदड़ी थाना के कमारगांव में 22 मई को जतरा मेले का आयोजन किया गया था. इसमें मामूली विवाद में कुछ युवकों ने गोमा नाग की हत्या कर दी. गोमा नाग कमारगांव का रहने वाला था. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस के डर से शव को दफना दिया. पुलिस को घटना की जानकारी सोमवार को मिली. जानकारी मिलने पर पुलिस छह दिन बाद मंगलवार को गांव पहुंची. गुदड़ी पुलिस ने दंडाधिकारी रितिक कुमार की उपस्थिति में शव को कब्र से बाहर निकाला. इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल भेज दिया. गुदड़ी के बीडीओ रितिक कुमार को दंडाधिकारी नियुक्त किया गया था. घटना के बारे में पुलिस परिजनों के अलावा ग्रामीणों से पूछताछ कर रही है. पुलिस इस संबंध में कुछ भी बताने से बच रही है. गुदड़ी पुलिस का कहना है कि मामले का जल्द खुलासा करते हुए हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
मेला से ले जाकर हुई थी गोमा की हत्या
जानकारी के अनुसार 22 मई को कमारगांव में जातरा मेला लगा था. शाम में मेला देखने आये दूसरे गांव के युवकों के साथ गोमा नाग का विवाद हो गया. इसके बाद युवकों ने गोमा नाग को मेला से बाहर ले जाकर धारदार हथियार से हत्या कर दी. मेला स्थल से कुछ दूरी पर स्थित पहाड़ी पर गोमा नाग के शव को फेंक कर हत्यारे फरार हो गये. गोमा नाग के गर्दन पर धारदार हथियार के गंभीर निशान पाये गये. हत्या के दूसरे दिन कमारगांव के ग्रामीणों ने पुलिस से बचने के लिए आपसी विचार विमर्श कर शव को कारो नदी किनारे दफना दिया. ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की जानकारी नहीं देने का फरमान जारी कर दिया. फरमान जारी होने के बाद गोमा नाग के परिजन भी ग्रामीणों के दबाव में चुप रहे. 27 मई को घटना की जानकारी पुलिस को मिल गयी. इसके बाद पुलिस घटना की जांच में जुट गयी है.
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