सारण सीट के लिए क्यों विशेष जोर लगाते हैं लालू यादव? जानिए नाक की लड़ाई क्यों है इस लोकसभा का चुनाव..
सारण संसदीय सीट की लड़ाई लालू यादव के लिए क्यों खास है? जानिए किस हार का बदला लेने इसबार रोहिणी आचार्य मैदान में उतरी हैं.
बिहार की 40 संसदीय सीटों में एक है सारण लोकसभा, जहां पांचवे चरण में 20 मई को मतदान होना है. सारण हॉट सीट ही हर बार बना रहता है. इसके पीछे की जो वजह है उसकी बड़ी वजह लालू परिवार है. इस सीट पर 4 बार राजद सुप्रीमो लालू यादव और उतने ही बार भाजपा के कद्दावर नेता राजीव प्रताप रूडी जीत चुके हैं. इस सीट की लड़ाई तब से लालू यादव के लिए एकतरह से नाक की लड़ाई हो चुकी है जब से राजीव प्रताप रूडी ने राबड़ी देवी को यहां हराया. इस बार लालू यादव की बेटी रोहिणी मैदान में उतारी गयी हैं.
राजीव प्रताप रूडी और रोहिणी आचार्य में सीधी टक्कर की संभावना
सारण संसदीय सीट पर भाजपा ने मौजूदा सांसद राजीव प्रताप रूडी को ही मैदान में उतारा है. इस बार लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य से उनकी टक्कर है. रोहिणी ने राजनीति के मैदान में कदम रखा तो पिता लालू यादव ने सारण सीट उनके लिए चुना. दरअसल, इस सीट की जीत लालू परिवार के लिए नाक का विषय बनी हुई है.
सारण की लड़ाई क्यों बनी खास?
सारण से खुद लालू यादव कभी चुनाव लड़ते थे. चार बार उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की और संसद गए. लालू यादव ने अंतिम चुनाव 2009 में यहां लड़ा जब भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी को उन्होंने हराया था. वहीं 2014 के चुनाव में राबड़ी देवी को उन्होंने मैदान में उतारा लेकिन राजीव प्रताप रूडी ने राबड़ी देवी को हरा दिया.
राबड़ी देवी की हार का बदला नहीं ले सके चंद्रिका राय
राबड़ी देवी की हार के बाद से ही लालू यादव ने इस सीट पर अपने समधी चंद्रिका राय को लोकसभा चुनाव 2019 की लड़ाई में सारण सीट से लड़ाया. लेकिन चंद्रिका राय भी राबड़ी देवी की हार का बदला नहीं ले सके और राजद की कसक बरकरार रही. चंद्रिका राय को भी राजीव प्रताप रूडी के सामने हार का मुंह देखना पड़ा.
क्या जीत की हैट्रिक लगा सकेंगे रूडी?
वहीं इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में लालू यादव ने अपनी बेटी रोहिणी आचार्य को मैदान में उतारा है. लालू यादव खुद इस सीट पर चुनाव की कमान थामे हुए हैं. वहीं राजीव प्रताप रूडी जीत को जीत की हैट्रिक लगवाने के लिए भाजपा के दिग्गज पूरा जोर लगाए हुए हैं. पीएम मोदी ने भी हाल में जनसभा को संबोधित किया जिसके बाद यहां का चुनावी माहौल अब पूरी तरह बन चुका है.