बिहार की 5 सीटों पर तीसरे में 54 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद, जानिए कितनी हुई वोटिंग?
बिहार की पांच सीटों पर मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई.
Loksabha Election: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान मंगलवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया. कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह चुनावी महापर्व को लेकर हले सुबह से लोग मतदान केंद्र पर खड़े थे. बिहार की पांच सीटों झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा और खगड़िया के कुल 9848 मतदान केंद्रों पर मतदाताओं ने वोट डाले. इन पांच सीटों पर कुल 54 उम्मीदवार हैं, जिनमें तीन महिला और 51 पुरुष उम्मीदवार हैं. जिनका भविष्य ईवीएम में कैद हो गया.
60 फीसदी हुई वोटिंग
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में बिहार की पांच सीटों पर शाम छह बजे तक 60 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच आर श्रीनिवास ने बताया कि यह अनुमानित आंकड़ा है. तीसरे चरण में सबसे अधिक वोटिंग अररिया में हुई. जहां 62.50 मतदाताओं ने वोट डाले. जबकि सुपौल में 62 फीसदी और मधेपुरा में 61 प्रतिशत वोटरों ने लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा लिया. इसी तरह खड़िया में 58 फीसदी तो झंझारपुर में 55.60 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले.
नौ बूथों पर मतदान का बहिष्कार
तीसरे चरण में कुल नौ बूथों पर मतदान का बहिष्कार किया गया. इसमें खगड़िया लोकसभा के सिमरी बख्तियारपुर के बूथ नौ, 10, 11,12, 13, 57 और 58 के अलावा बेलदौर विधानसबा के बूथ संख्या 182 और 183 शामिल है. मतदान के दौरान कुल 39 शिकायत प्राप्त हुई जिसे समय पर निष्पादित कर दिया गया.
दो कर्मियों का मतदान के दौरान निधन
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि अररिया जिला के पलासी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, पचैली में चुनावी ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के जवान महेंद्र साह की हर्ट अटैक से मौत हो गयी. पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौप दिया गया. इसी प्रकार सुपौल जिला के निर्मली विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 158 के पीठासीन पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार की हृदयगति रूक जाने के कारण मौत हो गयी. उनका भी पोस्टमार्टम के बाद पार्थिव शरीर परिजनों को सौंप दिया गया. दोनों कर्मियों को अनुग्रह अनुदान के भुगतान की कार्रवाई की जा रही है.
54 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद
तीसरे चरण में कुल 54 उम्मीदवारों में से 19 उम्मीदवार निर्दलीय हैं, जबकि 21 उम्मीदवार अलग-अलग पार्टियों से हैं. बड़ी पार्टियों से 14 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से तीन उम्मीदवार जेडीयू से, एक उम्मीदवार बीजेपी से और एक उम्मीदवार एलजेपी (रा) पार्टी से हैं. राजद के तीन, वीआईपी के एक और वाम दल के एक उम्मीदवार मैदान में हैं. मायावती की बहुजन समाज पार्टी पांचों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है. मंगलवार को इन सभी का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया.
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