लखनऊ: खजुराहो सीट से इंडिया गठबंधन (Lok Sabha Election 2024) की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त हो गया है. इस मामले में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कह कि इस तरह से नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या है. कहा जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखने वाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों. ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा है. जो न्यायालय के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं वो फार्म मिलने के बाद पीठ पीछे क्या-क्या साज़िश रचते होंगे. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा बात में ही नहीं काम में भी झूठी है. सभी प्रशासनिक तंत्र को भ्रष्ट बनाने की दोषी भी, इस घटना की भी न्यायिक जांच हो, किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध है.
हस्ताक्षर न होना बताया जा रहा कारण
बताया जा रहा है कि जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेश कुमार ने नामांकन फार्म पर साइन न होने और पुरानी नामावली के कारण मीरा यादव का नामांकन निरस्त किया गया है. खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी को गठबंधन के तहत मिली थी. अचानक नामांकन निरस्त होने से मध्य प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी ने खजुराहो से डॉ. मनोज यादव को टिकट दिया था. लेकिन पार्टी में ही उनका विरोध शुरू हो गया. इसके बाद टिकट बदलकर मीरा यादव को दे दिया गया. मीरा यादव पूर्व विधायक हैं. उनक पति दीपक यादव भी तीन बार विधायक रहे हैं. अब मध्य प्रदेश से समाजवादी पार्टी चुनाव से पहले ही शून्य हो गई है. खजुराहो सीट से बीजेपी के विष्णुदत्त शर्मा प्रत्याशी हैं. वो दूसरी बार मैदान में हैं.
एमपी में लोकसभा की 29 सीटें
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं. इनमें से एक खजुराहो इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी को मिली है. अन्य सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है. अब खजुराहो से विपक्ष पूरी तरह से गायब हो गया है. अब निर्दलीय प्रत्याशियों में से एक को इंडिया गठबंधन अपना टिकट देगा.