सुधीर कुमार सिन्हा
Lok Sabha Election औरंगाबाद शहर मगध साम्राज्य का अंग रहा है. बिहार की राजनीति में औरंगाबाद की एक अलग पहचान है. इस धरती ने बिहार को मुख्यमंत्री जैसी शख्सियत भी दी है. अब लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजने वाली है और सियासी पिच भी सज रही है. सारे दलों व नेताओं पर चुनावी रंग भी लगभग चढ़ गया है. औरंगाबाद के 72 साल के संसदीय इतिहास दो परिवारों को इर्द-गिर्द घूमता रहा है. इन 72 सालों में दो परिवारों का 57 साल तक कब्जा रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा उर्फ छोटे बाबू और राम नरेश सिंह उर्फ लुटन बाबू इन दो परिवारों ने 13 बार संसदीय चुनाव में जीत हासिल की है. सबसे ज्यादा पूर्व मुख्यमंत्री व पोइंवा गांव निवासी सत्येंद्र नारायण सिन्हा सत्येंद्र नारायण सिन्हा औरंगाबाद से छह बार सांसद रहे. एक-एक बार उनके बेटे निखिल कुमार व बहू श्यामा सिंह सांसद रही. इनका परिवार 33 साल तक सांसद के रूप में अपनी सेवा दे चुका है. वहीं राम नरेश सिंह दो बार यहां से सांसद रहे हैं. जबकि उनके बेटे वर्तमान सांसद सुशील सिंह चार बार सांसद चुने गये हैं.
पांचवी बार दावेदारी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सीट से सुशील कुमार सिंह और महागठबंधन की ओर से हम के टिकट से उपेंद्र प्रसाद में मुकाबला हुआ था. हालांकि अब तक इस चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी का चेहरा स्पष्ट नहीं हो सका है.
सिर्फ दो महिला सांसदों ने किया है क्षेत्र का प्रतिनिधित्व
औरंगाबाद लोकसभा सीट में महज दो महिला सांसद ही बन पायी हैं. इनमें एक हजारीबाग के पदमा की महारानी ललिता राज्य लक्ष्मी शामिल हैं. 1962 में महारानी ललिता राज्य लक्ष्मी निर्दलीय सांसद बनी थीं. इसके बाद 1999 में पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा की बहू श्यामा सिंह कांग्रेस के टिकट पर सांसद बनीं. इन दोनों के अलावा कभी भी किसी भी पार्टियों ने महिला उम्मीदवारों को प्रत्याशी नहीं बनाया. लिहाजा हर बार यहां पुरुष लड़ाके ही भिड़ते आये हैं. वैसे देखा जाये, तो यहां के कोई भी सांसद अब तक केंद्र में मंत्री नहीं बन पाये.
2019 लोकसभा चुनाव में मिले वोट
विजेता – सुशील कुमार सिंह – 429936
उपविजेता- उपेंद्र प्रसाद – 358611
जीत का अंतर – 71325
संसदीय क्षेत्र के विधानसभा व वोटरों की संख्या
कुटुंबा – 277837
औरंगाबाद – 324885
रफीगंज – 339817
गुरुआ – 291144
इमामगंज – 310285
टिकारी – 318059
जानिए अब तक कौन-कौन बने हैं सांसद
1952 कांग्रेस सत्येंद्र नारायण सिन्हा
1957 कांग्रेस सत्येंद्र नारायण सिन्हा
1961 कांग्रेस रमेश सिंह
1962 स्वतंत्र ललिता राज्य लक्ष्मी
1967 कांग्रेस मुंद्रिका सिन्हा
1971 कांग्रेस सत्येंद्र नारायण सिन्हा
1977 कांग्रेस सत्येंद्र नारायण सिन्हा
1980 जनता पार्टी सत्येंद्र नारायण सिन्हा
1984 कांग्रेस सत्येंद्र नारायण सिन्हा
1989 जनता दल राम नरेश सिंह
1991 जनता दल राम नरेश सिंह
1996 जनता दल वीरेंद्र कुमार सिंह
1998 समता पार्टी सुशील कुमार सिंह
1999 कांग्रेस श्यामा सिंह
2004 कांग्रेस निखिल कुमार
2009 जदयू सुशील कुमार सिंह
2014 भाजपा सुशील कुमार सिंह
2019 भाजपा सुशील कुमार सिंह