ग्वालियर में नगर निगम द्वारा संचालित गांधी प्राणी उद्यान में एक एशियाई शेरनी ने गुरुवार को तीन शावकों को जन्म दिया, सिविक कमिश्नर ने कहा कि 28 साल के अंतराल के बाद प्राणी उद्यान में एक शेरनी ने शावकों को जन्म दिया है.
#Correction: Madhya Pradesh: Pari, a lioness gave birth to 3 cubs last night, at Gandhi Prani Udhyan Zoo in Gwalior. They have been kept under isolation for 30-40 days, in the wake of #COVID19. https://t.co/On13gZlkT0
— ANI (@ANI) August 14, 2020
ग्वालियर के नगर आयुक्त संदीप माकिन ने कहा कि कोरोनोवायरस प्रकोप के मद्देनजर केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के निर्देशों के अनुसार शावकों की देखभाल की जा रही है। श्री माकिन ने कहा कि शावक अच्छे स्वास्थ्य में हैं और उन्हें 30-40 दिनों तक आइसोलेशन में रखा जाएगा, ताकी उन्हें संक्रमण से बचाया जा सके. सिविक कमिश्नर ने कहा कि 28 साल के अंतराल के बाद प्राणी उद्यान में एक शेरनी ने शावकों को जन्म दिया है.
दो दिन पहले ही सिलीगुड़ी के बंगाल सफारी पार्क में बाघिन शीला ने दिया तीन शावकों को दिया था जन्म
सिलीगुड़ी के बंगाल सफारी पार्क में नये मेहमान आये हैं. बंगाल सफारी पार्क की बाघिन शीला ने तीन शावकों को जन्म दिया है. वह पिछले तीन महीने से गर्भवती थी. उसे चिकित्सकों की खास निगरानी में रखा गया था. बाघिनी शीला को विटामिन, कैल्शियम व मिनरल का डोज दिया जा रहा था. तीन नये मेहमानों के साथ पार्क में बाघों की संख्या सात हो गयी है.
बाघिन शीला की देखरेख के लिए दार्जिलिंग के पद्मजा नायडू जूलॉजिकल पार्क से डॉक्टरों की टीम बुलायी गयी थी. बंगाल सफारी पार्क से प्राप्त जानकारी के अनुसार शीला दूसरी बार गर्भवती हुई थी. इससे पहले बंगाल सफारी पार्क में ही रॉयल बंगाल टाइगर स्नेहाशीष से वह गर्भवती हुई थी. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार बंगाल सफारी पार्क के निदेशक धर्मदेव राय बताते हैं कि पार्क में तीन नये मेहमान आये हैं. बाघिन शीला ने तीन शावकों को जन्म दिया है. इसके साथ ही बाघों की संख्या सात हो गयी है.
पिछले साल ही स्नेहाशीष को कोलकाता के अलीपुर चिड़ियाघर भेज दिया गया था. इस बार पार्क के दूसरे बाघ विवान के संपर्क में आकर शीला गर्भवती हुई और तीन शावकों को जन्म दिया है. उसके खाने-पीने व दवाओं पर खास ध्यान दिया जा रहा था.
बंगाल सफारी पार्क के डायरेक्टर धर्मदेव राय बताते हैं कि सामान्य रूप से गर्भधारण करने के बाद बाघिन का प्रसव 100 से 115 दिनों में होता है. तीन शावकों के जन्म के साथ पार्क में बाघों की संख्या सात हो गयी है.