मध्य प्रदेश में पीपीई किट को धोकर दुबारा बेचने वालों पर लगे रासुका, कांग्रेस नेता दिग्विजय ने की मांग
भोपाल : मध्य प्रदेश के सतना (Satana) में इस्तेमाल किये गये पीपीई किट, ग्लब्स और मास्क को धोकर दोबारा बेचने का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल होने के बाद मामला गरमा गया है. अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने वैसे लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने की मांग की है. राज्यसभा सदस्य दिग्विजय ने इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा है.
भोपाल : मध्य प्रदेश के सतना (Satana) में इस्तेमाल किये गये पीपीई किट, ग्लब्स और मास्क को धोकर दोबारा बेचने का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल होने के बाद मामला गरमा गया है. अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने वैसे लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने की मांग की है. राज्यसभा सदस्य दिग्विजय ने इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा है.
सिंह ने पत्र में कहा है कि समाचार पत्रों के माध्यम से मुझे पता चला है कि सतना जिले के बड़खेरा में स्थित इंडोवाटर बॉयोवेस्ट डिस्पोजल प्लांट में कई जिलों से लाये गये मेडिकल अपशिष्टों में से पीपीई किट, ग्लब्स और मास्क को धोकर नया पैकिंग कर दोबारा बेचा जा रहा है. महामारी के इस दौर में यह अमानवीय और जिंदगी से खिलवाड़ करने वाला मामला है.
उन्होंने कहा कि इस कुकृत्य से न केवल फ्रंटलाइन पर सेवाएं दे रहे हमारे चिकित्सकों की जान को खतरा है, बल्कि हर वह शख्स प्रभावित होगा जो इनका इस्तेमाल करेगा. उन्होंने कहा कि मुझे इस बात पर आश्चर्य होता है कि यह धंधा करीब एक साल से चल रहा है और राज्य सरकार को कुछ भी पता नहीं है. यह एक बहुत बड़ा घोटाला हो सकता है. इसमें कई बड़े लोग भी शामिल हो सकते हैं.
दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र के साथ मुख्यमंत्री को प्रकाशित खबर की कटिंग भी भेजी है. उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करायी जाए और दोषियों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाए. बता दें कि समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो शेयर किया था जिसमें कथित तौर इस्तेमाल की गयी पीपीई किट, ग्लब्स और मास्क को धोया जा रहा था.
वीडियो सामने आने के बाद सतना के एसडीएम राजेश कुमार शाही ने एएनआई से कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है. एक जांच टीम बनाकर वहां जांच के लिए भेजी गयी है. उन्होंने कहा था कि शनिवार को जांच टीम अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. उसके बाद अगर मामला सही हुआ तो दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी मामले की जांच कर रहे हैं.