कोरोना के खिलाफ जंग में महिलाओं ने संभाला मोर्चा, पूरे गांव को लॉक कर रोका कोरोना संक्रमण
Corona Cases In Madhya Pradesh देशभर में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर कई राज्यों में कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है. कोरोना की दूसरी लहर के प्रभाव को कम करने के लिए कई राज्यों में सरकार ने लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है. वहीं, मध्य प्रदेश में भी कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. इन सबके बीच, मध्य प्रदेश के बैतुल में स्थित एक गांव इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है. दरअसल, बैतुल के चिखलार गांव की महिलाओं ने कोरोना के खिलाफ जंग में मोर्चा संभाल लिया है और गांव को पूरी तरह से लॉक कर इसे सुर्खियों में ला दिया है.
Corona Cases In Madhya Pradesh देशभर में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर कई राज्यों में कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है. कोरोना की दूसरी लहर के प्रभाव को कम करने के लिए कई राज्यों में सरकार ने लॉकडाउन जैसे सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है. वहीं, मध्य प्रदेश में भी कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. इन सबके बीच, मध्य प्रदेश के बैतुल में स्थित एक गांव इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है. दरअसल, बैतुल के चिखलार गांव की महिलाओं ने कोरोना के खिलाफ जंग में मोर्चा संभाल लिया है और गांव को पूरी तरह से लॉक कर इसे सुर्खियों में ला दिया है.
बता दें कि बैतूल का चिखलार गांव कच्ची शराब बिक्री के लिए बदनाम रहा है. हालांकि, कोरोना संकट के इस दौरान में इस बार गांव की महिलाओं ने इसे लॉक कर सुर्खियों में ला दिया है. कोरोना के संक्रमण से खुद और घर के सदस्यों को संक्रमित होने से रोकने से लिए महिलाओं ने गांव में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. महिलाओं ने पूरे गांव को लॉक कर दिया है. बताया जा रहा है कि इस बारे में गांव की महिलाओं ने खुद ही फैसला किया है और जनता कर्फ्यू लगा कर वे खुद लाठियां लेकर गांव की निगरानी कर रही हैं. ताकि, गांव में कोई बाहरी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर पाएं. जिससे गांव में कोरोना के संक्रमण को रोका जा सकें.
खास बात यह है कि महिलाएं गांव के करीब से गुजरने वाले स्टेट हाई-वे पर भी अपनी नजर बनाए हुए है और आने-जाने वालों की निगरानी कर रही हैं. हाथों में लाठी लिए महिलाओं ने यहां मोर्चा संभाला हुआ है और गांव की सीमाओं को बांस का बैरिकेड लगाकर सील कर दिया है. बताया जा रहा है कि गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति के साथ ही अतिथि और मेहमानों का प्रवेश भी वर्जित कर दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गांव की महिलाएं पूरे दिन चौकीदारी करती हैं. इतना ही नहीं, आने जाने वालों को भी वह रोकती-टोकती हैं. बिना वजह घूमने वालों पर लाठियां बरसाने से भी वे संकोच नहीं करती है.
Also Read: यूपी में कोई भी अस्पताल मरीज के इलाज के लिए मना नहीं करेगा, सीएम योगी ने दिया निर्देश
Upload By Samir