MP में भी धीरे-धीरे हटेगा कोरोना कर्फ्यू, डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप करेगा अंतिम फैसला, जानें किस पर जारी रहेगा प्रतिबंध
मुख्यमंत्री चौहान ने यह भी कहा कि राज्य के जिन जिलों में संक्रमण की दर 5 फीसदी से ज्यादा है, उस जिले के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को विशेष ध्यान देना होगा. उन्हें यह तय करना होगा कि हम क्या खोलें और क्या नहीं खोलें. उन्होंने कहा कि कुछ चीजें पहले से तय है कि क्या नहीं खुलेंगी. उन्होंने कहा कि राज्य में राजनीतिक गतिविधियां, सांस्कृतिक गतिविधियां, सामाजिक-धार्मिक गतिविधियां, खेल का आयोजन, मेला, उत्सव के आयोजन इजाज़त नहीं दी जाएगी.
भोपाल : दिल्ली के बाद अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सूबे से कोरोना कर्फ्यू को धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से हटाने का फैसला किया है, लेकिन इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा है कि इस संबंध में अंतिम फैसला जिले में गठित क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को ही करना है.
समाचार एजेंसी एएनआई से चौहान ने शनिवार को कहा कि हमें अब अनलॉक की दिशा में जाना है. कोरोना कर्फ्यू को धीरे-धीरे हटाना है और ये आप तय करेंगे. जिले में क्या करना है, जिले का क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बैठकर तय करेगा. हम यहां से अभी दिशानिर्देश भेजेंगे, परंतु अंतिम निर्णय ज़िले का क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप लेगा.
मुख्यमंत्री चौहान ने यह भी कहा कि राज्य के जिन जिलों में संक्रमण की दर 5 फीसदी से ज्यादा है, उस जिले के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को विशेष ध्यान देना होगा. उन्हें यह तय करना होगा कि हम क्या खोलें और क्या नहीं खोलें. उन्होंने कहा कि कुछ चीजें पहले से तय है कि क्या नहीं खुलेंगी. उन्होंने कहा कि राज्य में राजनीतिक गतिविधियां, सांस्कृतिक गतिविधियां, सामाजिक-धार्मिक गतिविधियां, खेल का आयोजन, मेला, उत्सव के आयोजन इजाज़त नहीं दी जाएगी.
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को राजधानी से लॉकडाउन हटाने का ऐलान किया है, लेकिन यह धीरे-धीरे हटेगा. केजरीवाल ने कहा है कि पहले गरीबों को राहत दी जाएगी. कोरोना की मार झेल रहे दिल्ली में अब स्थिति कुछ हद तक नियंत्रण में है और सरकार ने लॉकडाउन हटाने की तैयारी शुरू कर दी है. पहले चरण में कारखानों को खोला जाएगा. दिल्ली में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की शुक्रवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया.
बैठक के बाद केजरीवाल ने कहा कि अनलॉक की प्रक्रिया में सबसे पहले हमें दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों, प्रवासी कामगारों को सबसे पहले राहत देनी होगी. इसके लिए कारखानों को खोला जाएगा और निर्माण गतिविधियों को अनुमति दी जाएगी. हर सप्ताह जनता की राय और विशेषज्ञों के परामर्श के बाद फैसला लिया जाएगा.
Posted by : Vishwat Sen