भोपाल : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हम राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में सक्षम हैं. कोरोना संक्रमण की सकारात्मकता दर जो बढ़ कर 24 फीसदी से ज्यादा हो गयी थी, वह शनिवार को घट कर 10.68 फीसदी हो गयी है. मुख्यमंत्री ने बताया कि कुछ जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले पांच फीसदी से भी नीचे है. कोरोना पॉजिटिव होने के मामले लगातार कम हो रहे हैं. साथ ही कहा कि शनिवार को कोरोना संक्रमण के कुल 7106 नये मामले सामने आये. वहीं, 10345 लोग स्वस्थ हुए. यह एक सुखद संकेत है.
We've been able to contain the spread of coronavirus in Madhya Pradesh. Positivity rate which had climbed up to above 24% declined to 10.68% yesterday & in some districts, it is below 5%. Positive cases are constantly reducing: Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan pic.twitter.com/kn0lfj5QyV
— ANI (@ANI) May 16, 2021
उन्होंने आमलोगों से अपील की कि ”किल कोरोना’ अभियान के तहत घर-घर जा रही सर्वे टीम को बताना है कि किसी को सर्दी-जुकाम या खांसी है कि नहीं. छिपाना नहीं है. तत्काल बताना है, जिससे दवाई की किट दी जा सके. साथ ही जांच कर उपचार शुरू किया जा सके. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के तहत कोरोना संक्रमण का नि:शुल्क इलाज हो रहा है. जरा भी संदेह हो, तो छिपाना नहीं है. तत्काल इलाज शुरू कराना है, ताकि आप सुरक्षित और स्वस्थ रहें.
वहीं, ग्वालियर और चंबल संभाग के विकासखंड स्तरीय और ग्राम स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को भी मुख्यमंत्री ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हमें कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना ही है. इस महामारी से निपटने का सबसे कारगर तरीका है कि आपस में मिलना-जुलना ना करके संक्रमण की चेन तोड़ दें. वहीं, क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की सलाह पर ग्वालियर और चंबल के साथ-साथ मुरैना संभाग में 30 मई तक कोरोना कर्फ्यू बढ़ा दी गयी.
उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज हो रहा है. वहीं, अनुबंधित अस्पतालों में भी मरीजों का नि:शुल्क इलाज हो रहा है. आयुष्मान कार्डधारियों का नि:शुल्क इलाज होगा. खराब आर्थिक स्थिति वालों का इलाज भी नि:शुल्क करेंगे. कोविड से ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस और खून का थक्का जमने जैसी बीमारी हो रही है. कोविड केयर सेंटर में उनका इलाज कराएं. ऐसे बच्चों को चिह्नित कर सूची बनायें, जिनके माता-पिता का निधन कोरोना से हो गया है. उन्हें पांच हजार रुपये की पेंशन दी जायेगी. साथ ही अन्य सरकारी सुविधाएं भी दी जायेगी.
मेडिकल कॉलेजों में हम ब्लैक फंगस के लिए अलग से वार्ड बनाया जा रहा है. तीसरी लहर के मद्देनजर बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उनके लिए भी अलग से वार्ड बनाया जायेगा. संभावित तूफान से बारिश को देखते हुए, गेहूं और अन्य अनाज को बचाने के इंतजाम भी करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये हैं.