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इंदौर में राष्ट्रीय औसत से अधिक है कोविड-19 की मृत्यु दर ,अबतक 185 की मौत

देश में कोविड-19 (Covid-19) से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर Iमें पिछले 24 घंटे के दौरान इस महामारी के 57 नये मामले (new cases in indore) मिले हैं. इसके साथ ही जिले में संक्रमितों की कुल तादाद 4,134 से बढ़कर 4,191 हो गयी है. (Total number of covid-19 patients In Indore) स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया, कि हमें पिछले 24 घंटे के दौरान 2,266 नमूनों की जांच में कोविड-19 के 57 नये मरीज मिले हैं. अधिकारी ने यह भी बताया कि कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान 76 वर्षीय महिला समेत तीन और मरीजों की मौत हो गयी.

By Agency | June 18, 2020 2:18 PM
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इंदौर : देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में पिछले 24 घंटे के दौरान इस महामारी के 57 नये मामले मिले हैं. इसके साथ ही जिले में संक्रमितों की कुल तादाद 4,134 से बढ़कर 4,191 हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया, कि हमें पिछले 24 घंटे के दौरान 2,266 नमूनों की जांच में कोविड-19 के 57 नये मरीज मिले हैं. अधिकारी ने यह भी बताया कि कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान 76 वर्षीय महिला समेत तीन और मरीजों की मौत हो गयी.

बहरहाल, स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि इन मरीजों की मौत किस तारीख को हुई. मौत के तीन नये मामलों का ब्योरा दिये जाने के बाद जिले में कोविड-19 की चपेट में आकर दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 185 पर पहुंच गयी है. अधिकारी ने बताया कि इलाज के बाद कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त होने पर अब तक जिले के 3,131 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है.

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भाषा के मुताबिक सरकारी आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि जिले में मरीजों के उपचार के बाद उनके इस महामारी से उबरने की दर (रिकवरी रेट) बृहस्पतिवार सुबह की स्थिति में 74.7 प्रतिशत थी, जबकि संक्रमितों की मृत्यु दर 4.4 फीसद दर्ज की गयी. जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर लम्बे समय से राष्ट्रीय औसत के मुकाबले ज्यादा बनी हुई है. इस महामारी का प्रकोप कायम रहने के कारण इंदौर जिला अब भी रेड जोन में ही है. जिले में इस प्रकोप की शुरूआत 24 मार्च से हुई, जब पहले चार मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई थी.

Posted By: Pawan Singh

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