MP By Election 2020: मध्यप्रदेश उपचुनाव में दिग्विजय सिंह की आवाज वाला ऑडियो वायरल, सियासी गलियारों में आया तूफान

मध्यप्रदेश के चुनावी समर में एक वायरल हो रहे ऑडियो ने तहलका मचा दिया है. ऐसे में, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का सपा प्रत्याशी को उम्मीदवारी वापस लेने के लिए कहा गया एक ऑडियो...

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2020 12:44 PM

MP By Election 2020: मध्यप्रदेश के चुनावी समर में एक वायरल हो रहे ऑडियो ने तहलका मचा दिया है. दरअसल, एमपी में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. ऐसे में, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का सपा प्रत्याशी को उम्मीदवारी वापस लेने के लिए कहा गया एक कथित ऑडियो वायरल हो गया है. अब इस वायरल ऑडियो ने एमपी में चुनाव से पहले बवाल मचा दिया है. बीजेपी इस ऑडियो को लेकर हमला कर रही है तो वहीं, कांग्रेस वार पर पलटवार कर रही रही है.

इस ऑडियो में दिग्विजय सिंह जैसी आवाज में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रोशन मिर्जा से कहा जा रहा है कि वो उम्मीदवारी वापस ले लें. हालांकि, प्रभात खबर डॉट कॉम ऐसी किसी भी ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. इस ऑडियों में जो आवाज है वो दिग्विजय सिंह की है या नहीं प्रभात खबर इसका प्रमाण नहीं देता. हम सिर्फ वायरल हो रहे वीडियो की चर्चा कर रहे है. लेकिन इस वीडियो ने एमपी के सियासी गलियारों में भूचाल ला दिया है.

वायरल हो रहे वीडियो को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर लगातार हमला कर रही है तो वहीं, कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि वह कम से कम विधायकों की खरीद-फरोख्त तो नहीं करते. वहीं, वार पलटवार के बीच समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रोशन मिर्जा का भी बयान सामने आया है. जिसमें वो कह रहे हैं कि उनके पास फोन आया था.

इस मामले में सपा नेता का कहना है कि ‘दिग्विजय सिंह ने मुझे फोन किया और मुझे आगामी उपचुनावों से हटने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि मैं आपको पार्षद का टिकट दूंगा. मैंने उनसे कहा कि मैं पीछे नहीं हटूंगा और चुनाव लड़ूंगा’.

इधर, इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ‘जो हम पर आरोप लगाते हैं उनके आरोप प्रमाणित हो रहे हैं. ऑडियो में पैसे के ऑफर दिए जा रहे हैं, अब कौन खरीद-फरोख्त करता है ये स्पष्ट है.’

वहीं, बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जी को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. 15 महीने जो कांग्रेस की सरकार रही वो केवल नोटों की सरकार रही, कमलनाथ जी ने नोटों की सरकार चलाई और एक भी दिन जनता की सेवा के लिए नहीं निकले.

पूरे मामले में कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा है कि किसी को उम्मीदवारी वापस लेने के लिए कहना बुरा नहीं है. इस दैरान उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कम से कम, हम दूसरों की तरह विधायक नहीं खरीद रहे हैं. जाहिर है वायरल हो रहे इस ऑडियो ने एमपी के सियासत में भूचाल ला दिया है. चुनावी समर में आरोप प्रत्यारोप का जो दौर शुरू हुआ है वो फिलहाल कहीं से भी थमता नहीं दिख रहा है.

Posted by: Pritish Sahay

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