भोपाल : मध्य प्रदेश में नशा विरोधी अभियान चलाये जाने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गयी. नशे के विरुद्ध मुहिम को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित बैठक में प्रदेश के उच्च अधिकारी भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में नशे के कारोबार को पूरी तरह से नेस्तनाबूत करेंगे.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बांग्लादेशी बच्चियां लायी जाती हैं. उन्हें नशे की आदत लगाकर बाद में देह व्यापार में धकेला जाता है. यहां ऐसी 21 बच्चियां रेस्क्यु की गईं हैं. ये केवल देह व्यापार नहीं है. इसमें ड्रग्स का धंधा करनेवाले लोग भी शामिल हैं. अभी तक ऐसे नौ लोग गिरफ्तार हुए हैं.
नाइजीरियन लोगों से ड्रग्स ली जाती थी। रतलाम में भी दो लोग पकड़े गए। दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ भी को-ऑर्डिनेट किया जाएगा। हम भारत सरकार के संबंधित विभाग से भी चर्चा करेंगे और मध्य प्रदेश में नशे के कारोबार को पूरी तरह से नेस्तनाबूत करेंगे: म.प्र. के मुख्यमंत्री https://t.co/ZjJ4Sj4qGv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2020
साथ ही उन्होंने कहा कि नाइजीरियन लोगों से ड्रग्स ली जाती थी. रतलाम में भी दो लोग पकड़े गये हैं. दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ भी को-ऑर्डिनेट किया जायेगा. हम भारत सरकार के संबंधित विभाग से भी चर्चा करेंगे और मध्य प्रदेश में नशे के कारोबार को पूरी तरह से नेस्तनाबूत करेंगे.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में ड्रग माफिया को उखाड़ फेंकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है. नशा करनेवाले बच्चों को लत छुड़ाने और पुनर्वास के लिए सामाजिक न्याय विभाग एवं स्वयंसेवी संगठनों का सहयोग लिया जायेगा.
मध्य प्रदेश में ड्रग माफिया किशोर बच्चों में इसकी आदत डालने का प्रयास कर रहे हैं. मानवता के इन दुश्मनों को उखाड़ फेंकने के लिए एक समन्वित और विशेष अभियान की आवश्यकता है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इनके विरुद्ध ऐसी कार्रवाई हो कि प्रदेश में ये पूरी तरह से समाप्त हो जाएं, लेकिन बाद में भी कोई हिम्मत ना करे.