मध्यप्रदेश में पुलिस का अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है जहां पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर किया जिसकी मौत 20 साल पहले हो चुकी है. दरअसल पद्रेश के छतरपुर जिले में पुलिस रिकॉर्ड में इस साल के जून महीने इस मृत व्यक्ति को अभियुक्त बनाया गया है.
मामला खजूराहो से 18 किलोमीटर दूर झमटुली गांव का है. इस गांव के रहनेवाले हरदास अहिरवार पर आईपीसी की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 506 ( हत्या का खतरा) के तहत मामला दर्ज किया गया. इस मामले में पुलिस ने बताया की ग्रामीणों द्वारा दिये गये लिखित शिकायात के आधार पर हरदास अहिरवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
दरअसल पूरा मामला झमटुली में हुए एक कथित छेड़छाड़ के मामले से जुड़ा है. जब इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु किया तो स्थानीय सेलोन पुलिस चौकी पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी. थाना में मौजूद भीड़ ने 50 लोगों को आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर करने की मांग करने लगे. इसके बाद पुलिस ने हरदास अहिरवार समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
फिर जब पुलिस जांच के लिए झमटुली गांव पहुंचे और अहिरवार के परिजनों से उसके बारे में पूछताछ की तो अहिरवार की विधवा पत्नी लल्ली और बेटे बिस्ला अहिरवार दंग रह गये, क्योंकि अहिरवार की मौत बीस वर्ष पहले हो चुकी थी. घटना को लेकर अहिरवार की पत्नी ने बताया कि हमने पुलिस को बताया कि उनके पति की मौत 20 साल पहले हो चुकी है तो फिर वो कैसे किसी अपराध में शामिल हो सकता है. तब सेलोन चौकी के प्रभारी मोहन सिंह ने कहा कि 200 से 250 लोगों ने थाने का घेराव किया था. उन्होंने 50 नामजद अभियुक्तों के नाम दिये थे, इसमें से एक नाम हरदास अहिरवार का था.
मोहन सिंह ने कहा कि चूंकि यह दंगा का मामला नहीं था इसलिए केवल पांच लोगों पर की एफआईआर दर्ज की गयी थी. पुलिस ने बताया कि पुलिस जब कुछ दिन पहले गांव गयी थी तब उन्होंने मृत हरदास के बारे में जानकारी हासिल की. साथ ही कहा की स्थानीय पंचायत ने हरदास अहिरवार के बारे में मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया है. खजूराहो के उप पुलिस अधिकारी मनमोहन सिंह बघेल ने कहा कि फिलहाल प्राथमिकी से कोई भी नाम नहीं हटाया गया है. हरदास का परिवार जो बता रहा है वह जांच का विषय है इसकी जांच की जा रही है.
Posted By: Pawan Singh