भोपाल : मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए मंगलवार को हो रही मतगणना में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी 20 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, कांग्रेस सात सीटों और बसपा एक सीट पर बढ़त बनाये हुए है.
मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में भाजपा के 107 और कांग्रेस के 87 विधायक हैं. प्रदेश की शिवराज सरकार को बहुमत के आंकड़े के लिए 115 विधायकों का समर्थन चाहिए. अगर रुझान परिणाम में तब्दील होते हैं, तो प्रदेश में बीजेपी की सरकार बननी तय है.
वहीं, कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए 28 और विधायकों का समर्थन चाहिए. बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय विधायक हैं. वहीं, कांग्रेस के सात और बसपा के एक उम्मीदवार बढ़त बनाये हुए हैं. ऐसे में रुझान परिणाम में तब्दील होते हैं, तो भी बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिलने के बावजूद तीन सीटों की जरूरत होगी.
जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश के तीन मंत्री एदल सिंह कंषाना सुमावली सीट, गिर्राज दंडोतिया दिमनी सीट और ओपीएस भदौरिया मेहगांव सीट से अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवारों से पीछे हैं. वहीं, मुरैना सीट से बसपा उम्मीदवार रामप्रकाश राजौरिया 3,029 मतों से आगे चल रहे हैं. अब तक प्राप्त रुझानों में भाजपा के उम्मीदवार 20 सीटों पर आगे चल रहे हैं.
वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार सुमावली, दिमनी, अंबाह, गोहद, करैरा और ब्यावरा विधानसभा सीटों पर आगे चल रहे हैं. मालूम हो कि उपचुनाव में प्रदेश सरकार के 12 मंत्री चुनावी मैदान में हैं. कोविड-19 महामारी के भय के बावजूद तीन नंवबर को हुए मध्य प्रदेश की 28 सीटों के लिए हुए मतदान में कुल 70.27 फीसदी लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया था.