मध्य प्रदेश के खंडवा में भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की एक सार्वजनिक बैठक में एक किसान की कथित तौर पर दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. इस घटना को लेकर ज्योतिरादित्य ने कहा कि मुझे सभा स्थल पर पहुंचने के बाद जब इस दुखद घटना की जानकारी मिली तो मैंने सबसे पहले वहां हमारे अन्नदाता के लिए मौन रखवा कर श्रद्धांजलि अर्पित की. मेरे लिए राजनीति जन सेवा का माध्यम है और इसका सर्टिफिकेट मुझे कांग्रेस से नहीं चाहिए.
ज्योतिरादित्य ने इस घटना के बाद कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा की तरह संवेदनशील मुद्दों पर भी सस्ती राजनीति कर रही है. मेरे आने से पहले, हमारे ‘अन्नदाता’ (किसान) का निधन हो गया था. जिनको तत्काल कार्यकर्ताओं द्वारा अस्पताल भी पहुंचाया गया था. राजनीति मेरे लिए जनसेवा का माध्यम है और मुझे कांग्रेस से प्रमाण पत्र नहीं चाहिए.
बताया जा रहा है कि मृतक किसान उतावद गांव से आये थे. उनकी उम्र 70 साल की थी. मृत किसान का नाम जीवन सिंह था जो सभा में पीछे बैठे हुए थे. जहां उनकी मौत हो गयी. हालांकि इसके बाद कार्यकर्ताओं ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इमरती देवी मामले पर उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कांग्रेस का सिद्धांत है. पहले, दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस नेता मीनाक्षी नटराजन के बारे में कुछ कहा था, जो मुझे याद नहीं है, अब कमलनाथ ने भाजपा की इमरती देवी को ‘आइटम’ कहा, जबकि अजय सिंह ने उन्हें ‘जलेबी’ कहा. कांग्रेस कभी भी महिलाओं का सम्मान नहीं करती.
गौरतलब है कि कमलनाथ मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के लिए डबरा में प्रचार कर रहे थे, इसी दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र राजेश के पक्ष में प्रचार करते हुए भाजपा नेता इमरती देवी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी. गौरतलब है कि इमरती देवी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आयी हैं.
इमरती देवी के अपमान पर ज्योतिरादित्या सिंधिया ने ट्वीट कर कमलनाथ पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि एक दलित महिला के खिलाफ जो बेहद गरीब से संघर्ष कर यहां तक पहुंची हैं, उनके खिलाफ ऐसी टिप्पणी करने वाले नेता को सबक सिखाने की जरूरत है.
Posted By: Pawan Singh