भोपाल : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार ने फैसला किया है कि राज्य विधानसभा में 27 मार्च को होने वाले लेखानुदान के लिए कोई सत्र नहीं होगा. सरकार अध्यादेश लाकर चार महीने के लिए धन की व्यवस्था कर लेगी. चौहान ने सभी विधायकों और जन-प्रतिनिधियों से अपील की है कि जो जहां हैं, वहीं रहें. अपने आपको घर में बंद रखें. फोन जैसे साधनों का उपयोग करके अपने क्षेत्र की जनता को शिक्षित करें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संपूर्ण देश को कोरोना वायरस से बचाने के लिए 21 दिनों तक लॉकडाउन करने फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा, ‘अभी लड़ाई सिर्फ कोराना वायरस के संक्रमण को रोकने की है. हम सब मिलकर प्रधानमंत्री के आह्वान पर अपने आपको समर्पित कर दें, ताकि हम और हमारा प्रदेश बच सके.’
कोरोना वायरस के संकट से निबटने के लिए मैं एक माह का अपना वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दे रहा हूं. आप भी दीजिए. हम मिलकर इस महामारी को परास्त करेंगे. अभी लड़ाई सिर्फ कोराना वायरस के संक्रमण को रोकने की है. हम सब मिलकर प्रधानमंत्री के आह्वान पर अपने आपको समर्पित कर दें, ताकि हम और हमारा प्रदेश बच सके.
शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश
उन्होंने कहा कि जहां जरूरी होगा, वहां सख्ती बरती जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हम फैसले का उल्लंघन करते हैं, तो खुद के जीवन को संकट में नहीं डाल रहे हैं, बल्कि अपने पूरे परिवार के जीवन को संकट में डाल देंगे. उन्होंने कहा कि किसी भी नागरिक को अपने परिवार की जिंदगी को खतरे में डालने का अधिकार नहीं है.
श्री चौहान ने कहा, ‘कोरोना वायरस के संकट से निबटने के लिए मैं एक माह का अपना वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दे रहा हूं. आप भी दीजिए. हम मिलकर इस महामारी को परास्त करेंगे.’ उन्होंने कहा है कि यह कठिन समय सभी नागरिकों के लिए तपस्या और साधना का समय है. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने भाजपा के वरिष्ठ विधायक जगदीश देवड़ा को मध्यप्रदेश विधानसभा का अस्थायी अध्यक्ष (प्रो-टेम स्पीकर) नियुक्त किया है. एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल ने देवड़ा को मध्यप्रदेश विधानसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया है. भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.