MP में बड़ा फर्जीवाड़ा, फेक सर्टिफिकेट जमा कर 71 शिक्षकों ने पायी नौकरी, अब होगी कार्रवाई

MP: शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फर्जीवाड़े को लेकर तब संदेह हुआ जब यह बात सामने आई कि विकलांगता कोटे के तहत चुने गए 750 शिक्षकों में से 450 ने मुरैना जिला अस्पताल द्वारा जारी प्रमाण पत्र पेश किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2023 10:53 AM

मध्यप्रदेश से बेहद ही संगीन फर्जीवाड़े की खबर सामने आयी है. जानकारी है कि यहां प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त किये गए कम से कम 71 टीचर्स पर फर्जी विकलांगता और फर्जी तरीके से विकलांगता प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए मुकदमा दर्ज किया गया है. बता दें यह घटना मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की है और इन सभी शिक्षकों की विकलांग कोटे के तहत नियुक्ति की गयी थी. पुलिस ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि, 71 नव-नियुक्त शिक्षकों ने सुनने में या फिर देखने में परेशानी से लेकर शारीरिक रूप से अक्षम होने का प्रमाण पत्र जमा किया था.

एक ही अस्पातल से जारी किये गए प्रमाण पत्र

शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फर्जीवाड़े को लेकर तब संदेह हुआ जब यह बात सामने आई कि विकलांगता कोटे के तहत चुने गए 750 शिक्षकों में से 450 ने मुरैना जिला अस्पताल द्वारा जारी प्रमाण पत्र पेश किया है. जिला शिक्षा अधिकारी अनुप कुमार पाठक ने घटना पर बात करते हुए बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के निर्देश पर मुरैना कलेक्टर ने जांच की और जांच के दौरान 257 विकलांगता प्रमाणपत्रों में से 71 फर्जी या फिर नकली पाए गए.

एफआईआर दर्ज

सीनियर अधिकारियों के निर्देश पर सभी 71 कैंडिडेट्स के खिलाफ कोतवाली थाना मुरैना में एफआईआर दर्ज की गई. पुलिस ने इन सभी के खिलाफ IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी), 419, 468 (जालसाजी) और 471 के तहत मामला दर्ज किया है. आगे बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि मुरैना जिला अस्पताल से प्रमाण पत्र जमा कराने वाले सभी अभ्यर्थियों का दोबारा मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा.

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