क्या मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में सब कुछ ठीक नहीं है…दरअसल ये सवाल गुना से भाजपा सांसद के पत्र के सामने आने के बाद उठ रहा है. बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के गुना से भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सदस्य द्वारा कथित तौर पर दिसंबर में लिखे गए एक पत्र में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार लोगों के काम करने के तरीके की शिकायत की गई थी.
भाजपा सांसद का यह पत्र सार्वजनिक हो गया है जिससे क्षेत्र में पार्टी की आंतरिक कलह उजागर हो गई है. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कृष्णपाल सिंह यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को, जो उस समय कांग्रेस में थे, गुना में 1.25 लाख से ज्यादा मतों से हराने का काम किया था. मार्च 2020 में सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद से समीकरण बदल गए.
बताया जा रहा है कि कृष्णपाल सिंह यादव ने आठ दिसंबर को लिखा दो पेज का पत्र भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा को भेजा है जिसमें कहा गया है कि क्षेत्र में कई कार्यकर्ता और मंत्री, पार्टी की बजाय ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार हैं और उन्हें (यादव) नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है.
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आगे यादव ने पत्र में नड्डा से आग्रह किया है कि सिंधिया के वफादार नेताओं पर लगाम लगाई जाए क्योंकि पार्टी किसी व्यक्ति से बड़ी होती है. यादव से संपर्क करने की कोशिश के बावजूद वह इस विषय पर टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हो सके. मध्य प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है और इसे सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझा लिया जाएगा.
कांग्रेस नेता दिग्विजय ने कुछ दिन पहले गुना जिले के मधुसूदनगढ़ इलाके के रघुनाथ गांव और विदिशा जिले के मुंडेला गांव में सभाओं को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला किया था. इस दौरान वर्ष 2018 में हुए चुनाव की जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार तो बन गयी थी. इसके बाद सिंधिया जी चले गये छोड़कर….यही नहीं 25-25 करोड़ रुपये ले गये एक-एक विधायक को बेचकर….अरे कांग्रेस के साथ गद्दारी कर गये वो तो…इसका मैं क्या करूं…
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar