MP: छेड़छाड़ के बाद गांव में तनाव का माहौल, हिरासत में लिए गए 11 लोग
लालचंदानी ने कहा कि कुछ नाबालिग लड़कों ने शुक्रवार की शाम को लड़कियों पर कथित तौर पर अश्लील टिप्पणी की, लेकिन तब किसी ने भी पुलिस में शिकायत नहीं की. आगे उन्होंने बताया कि, शनिवार सुबह कुछ लोग उन लड़कों को पीटने के बाद थाने ले आए और आरोप लगाया कि उन्होंने उनके समुदाय की लड़कियों को छेड़ा है.
मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के एक गांव में मनचले लड़कों के एक समूह ने कुछ लड़कियों के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की, जिससे इलाके में तनाव पैदा हो गया और पुलिस को अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करना पड़ा. घटना की जानकारी एक अधिकारी ने आज दी. थाना प्रभारी कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित गुरला गांव में शुक्रवार को हुई घटना के बाद से स्थिति नियंत्रण में है. आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि लड़कियों की शिकायत पर पांच नाबालिग लड़कों को हिरासत में लिया गया है और इन लड़कों की पिटाई के आरोप में छह लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है.
संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज
लालचंदानी ने कहा कि कुछ नाबालिग लड़कों ने शुक्रवार की शाम को लड़कियों पर कथित तौर पर अश्लील टिप्पणी की, लेकिन तब किसी ने भी पुलिस में शिकायत नहीं की. आगे उन्होंने बताया कि, शनिवार सुबह कुछ लोग उन लड़कों को पीटने के बाद थाने ले आए और आरोप लगाया कि उन्होंने उनके समुदाय की लड़कियों को छेड़ा है. अधिकारी ने बताया कि लड़कियां भी थाने आईं और उनकी शिकायत के आधार पर पांच लड़कों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया.
गुरला में स्थिति नियंत्रण में
मामले पर बात करते हुए लालचंदानी ने आगे कहा कि, पीटे गए लड़कों की चिकित्सकीय जांच के बाद एक अज्ञात सहित छह लोगों के खिलाफ आईपीसी और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. लालचंदानी ने कहा, गुरला में स्थिति नियंत्रण में है. हमने कल यानी कि शनिवार शाम को फ्लैग मार्च निकाला. अगर जरूरत पड़ी तो हम रविवार को फिर से फ्लैग मार्च निकालेंगे. उन्होंने कहा कि तनाव पूरी तरह से खत्म होने के बाद इलाके से पुलिस बल को हटा लिया जाएगा.