राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (mahatma gandhi) की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) पर हिन्दू महासभा (hindu mahasabha) ने स्टडी सेंटर खोलने का काम किया है. हिन्दू महासभा की मानें तो ये स्टडी सेंटर अथवा ज्ञानशाला है. खबरों की मानें तो इस स्टडी सेंटर में हिन्दू महासभा नाथूराम गोडसे की देशभक्ति के किस्सों को लोगों के सक्षम लेकर जाएगी.
हिंदू महासभा ने रविवार को विश्व हिंदी दिवस पर ग्वालियर में अपने दफ्तर में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की ज्ञानशाला की शुरुआत कर दी. इस ज्ञानशाला में गोडसे और देश विभाजन से जुड़े तथ्यों को युवा पीढ़ी को बताने का काम किया जाएगा.
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज ने आरोप लगाया कि देश विभाजन के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है, जिसके कारण अखंड भारत के दो टुकड़े हुए और करीब पांच लाख हिंदुओं की हत्या की गई तथा 20 लाख से ज्यादा हिंदू विस्थापित हुए. उन्होंने कहा कि देश विभाजन को कांग्रेस ने स्वीकार किया और उसके कारण आज पाकिस्तान दुश्मन है और भारत का बहुत बड़ा धन उसके साथ सुरक्षा में खर्च होता है.
आगे उन्होंने कहा कि यही नहीं, कांग्रेस ने ही देश में हिंदू और मुसलमान के बीच नफरत बढ़ाई. इसी कारण कांग्रेस ने नाथूराम गोडसे और नारायण राव आप्टे का अदालत में दिया गया बयान 50 वर्षों तक बाहर नहीं आने दिया. महात्मा गांधी की हत्या करने के जुर्म में गोड़से एवं आप्टे को 15 नवंबर 1949 को अंबाला की जेल में फांसी की सजा दी गई थी.
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भारद्वाज ने बताया कि अब हिंदू महासभा इसी इतिहास को नयी पीढ़ी को बताने के लिए ग्वालियर में दौलतगंज स्थित कार्यालय में गोडसे की ज्ञानशाला शुरू कर रही है. इस ज्ञानशाला में गोडसे के अलावा राष्ट्र निर्माण करने वाले दूसरे महापुरुषों, गुरु गोविंद सिंह, छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप, डॉ. हेडगेवार, पंडित मदन मोहन मालवीय से जुड़ा इतिहास भी बताएगी.
उन्होंने कहा कि हिंदू महासभा ने हमेशा से हिंदी, हिंदू और हिंदुस्तान की बात की है और आज 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस है, इसलिए इस ज्ञानशाला की शुरुआत की गई है. इसके पहले हिंदू महासभा ने 15 नवंबर 2017 को गोडसे का यहां मंदिर बनाने के लिए प्रतिमा भी स्थापित की थी, लेकिन उस समय उस प्रतिमा को जब्त कर लिया गया। इस प्रतिमा को हिंदू महासभा के कार्यकर्ता कई बार प्रशासन से मांगते रहे हैं.
Posted By : Amitabh Kumar